Kundarki Election Results: उत्तर प्रदेश में 9 सीटों पर विधानसभा उपचुनाव हुए। लेकिन नतीजे समाजवादी पार्टी के लिए किसी बुरे सपने की तरह से कम नहीं हैं। समाजवादी पार्टी को केवल दो सीटों पर जीत मिली है जबकि 7 सीटों पर एनडीए गठबंधन को जीत मिली है। एनडीए गठबंधन में एक सीट पर आरएलडी और 6 सीट पर बीजेपी ने जीत हासिल की है। इसमें कुंदरकी विधानसभा के नतीजे चर्चा में बने हुए हैं, जहां से बीजेपी ने 1,44,791 वोटों से जीत हासिल की है।

कुंदरकी में 62 फीसदी मुस्लिम आबादी

कुंदरकी विधानसभा सीट पर 62 फीसदी मुस्लिम आबादी है और यहां से बीजेपी ने 1,44,791 वोटों से जीत हासिल की है। कुंदरकी में कुल 12 उम्मीदवार मैदान में थे, जिसमें से बीजेपी ने यहां से रामवीर सिंह को उम्मीदवार बनाया था। वहीं समाजवादी पार्टी ने कुंदरकी विधानसभा से मोहम्मद रिजवान को उतारा था। अहम बात यह है कि इस विधानसभा सीट के मुस्लिम बहुल बूथों पर भी बीजेपी की जीत हुई है। यानी कि मुसलमानों ने भी बीजेपी को वोट दिया है।

UP By-Election Result 2024

कुंदरकी में बीजेपी के उम्मीदवार ठाकुर रामवीर सिंह का चुनाव प्रचार अनोखा था। उन्होंने चुनाव प्रचार के दौरान सफेद टोपी पहनकर दौरे किए थे। वहीं सीएम योगी आदित्यनाथ की भी सीट पर नजर थी। पिछले 31 साल से बीजेपी कुंदरकी में चुनाव नहीं जीत पाई थी। रामवीर सिंह और बीजेपी के कार्यकर्ता हर एक मुस्लिम इलाके में गए और जगह-जगह लोगों से वोट देने की अपील की थी। खुद बीजेपी उम्मीदवार रामवीर ठाकुर ने एक बयान दिया था कि एक बार मुझे अपनाकर ढाई साल तक देख लो, अगर काम करूं, तो अगली बार जिता देना नहीं तो हरा देना।

Kundarki By-Election Result 2024: सपा को लगा सबसे बड़ा झटका, मुस्लिम बहुल कुंदरकी सीट पर 1,43,192 वोटों से जीती बीजेपी

भाजपा प्रत्याशी ठाकुर रामवीर सिंह जब जीत की ओर बढ़ रहे थे, तब ही उन्होंने कह दिया था, “यह कार्यकर्ताओं का भरोसा है कि उन्होंने हर गांव और बूथ पर मेहनत की है। मैं आपको बताना चाहता हूं कि कुंदरकी विधानसभा में 436 बूथ हैं। अगर मैं 6 बूथों पर भी हार जाता हूं तो मैं रिटर्निंग ऑफिसर से अनुरोध करता हूं कि मुझे सर्टिफिकेट न दें। मैं इनमें से किसी भी बूथ पर नहीं हार रहा हूं। यहां तक कि जिन क्षेत्रों से सपा प्रत्याशी हैं, वहां भी मैं एक बूथ पर जीत रहा हूं और दूसरे पर बराबरी पर हूं।”

कुंदरकी विधानसभा सीट पर बीजेपी की बड़ी जीत के बाद सभी आश्चर्य महसूस कर रहे हैं। बीजेपी को भी यहां पर इतनी बड़ी जीत की उम्मीद नहीं होगी। यहां का जातीय समीकरण ऐसा है कि बीजेपी को यहां पर हमेशा मुश्किलों का सामना करना पड़ा है। लेकिन इस बार जनता ने इसको नकार दिया है और बीजेपी को बड़ी जीत दी है।