हरियाणा विधानसभा चुनाव का फॉर्मूला बीजेपी अब यूपी उप चुनाव में अपनाने की तैयारी कर रही है। लोकसभा चुनाव के खराब प्रदर्शन के बाद उत्तर प्रदेश में बीजेपी के लिए जीतना एक चुनौती की तरह है, ऐसे में आरएसएस की ओर से बीजेपी को इस चुनाव के लिए पूरी मदद मिलने की संभावना है। चर्चा है कि यूपी सीएम मोहन भागवत और सीएम योगी के बीच मुलाकात के बाद एक रणनीति बनाई जाएगी, जिसपर सभी कार्यकर्ताओं को ग्राउंड ज़ीरो तक काम करना होगा। ऐसा माना जा रहा है कि ऐसा ही कुछ फॉर्मूला बीजेपी ने हरियाणा में भी अपनाया था। 

किस रणनीति पर हो रहा काम? 

उत्तर प्रदेश की 9 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने जा रहे हैं। सपा ने 7 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतार दिए हैं। जबकि 2 सीटों पर इंडिया गठबंधन के तहत कांग्रेस के लड़ने की उम्मीद है। बीजेपी ने अभी प्रत्याशियों के नाम घोषित नहीं किए हैं। फिलहाल पार्टी चुनाव जीतने के लिए मजबूत रणनीति बना रही है। ऐसा माना जा रहा है कि आरएसएस बीजेपी के लिए ग्राउंड जीरो पर प्रचार में जुटेगा और मतदाताओं के पास जाएगा। इस दौरान डोर टू डोर अभियान और कार्यकर्ता सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे।

कांग्रेस और सपा के बीच नहीं बन रही है बात?

समाजवादी पार्टी के गणित के मुताबिक उपचुनाव में वह 7 सीटों पर मैदान में रहेगी जबकि दो सीट कांग्रेस के हिस्से में गाजियाबाद और खैर सीट उसने छोड़ दी है। अब दिलचस्प पहलू यह है कि कांग्रेस की ओर से अंदर खाने सिर्फ दो सीट दिए जाने को लेकर नाराजगी जताई गई है।

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 कांग्रेस की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष अजय राय ने कहा कि उन्हें अभी इस बारे में कोई जानकारी नहीं है और कांग्रेस पांच सीट की मांग कर रही थी। प्रदेश की 0 विधानसभा सीटों कटेहरी (अंबेडकर नगर), करहल (मैनपुरी), मीरापुर (मुजफ्फरनगर), गाजियाबाद, मझवां (मिर्जापुर), सीसामऊ (कानपुर नगर), खैर (अलीगढ़), फूलपुर (प्रयागराज) और कुंदरकी (मुरादाबाद) पर उपचुनाव होना है।