नागरिकता विवाद के बीच उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने CAA विरोधियों पर बुधवार को जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा है कि पुरुष तो घर में रजाई ओढ़ कर सो रहा है, जबकि उसने प्रदर्शन के लिए सड़क के चौराहों पर महिलाओं को बिठा दिया है।
कानपुर में CAA समर्थन रैली के दौरान उन्होंने कहा, “प्रदर्शन के नाम पर हिंसा बर्दाश्त नहीं की जाएगी।” सीएम ने इसी के साथ विपक्षी दलों पर आरोप लगाया कि वे प्रदर्शन के नाम पर उन महिलाओं और बच्चों को आगे कर रहे हैं, जिन्हें सीएए के बारे में कुछ भी नहीं मालूम है।
साकेतनगर स्थित एक मैदान में रैली को संबोधित करते हुए सीएम ने कहा, “ये लोग खुद आंदोलन करने की स्थिति में नहीं हैं, क्योंकि इन्हें मालूम है कि अगर यह तोड़फोड़ करेंगे तो इनकी प्रापर्टी जब्त हो जाएगी।”
योगी के मुताबिक, “अब इन्होंने क्या किया है? अपने घर की महिलाओं को चौराहे चौराहे पर बैठाना शुरू कर दिया है। बच्चों को (प्रदर्शन में) बैठाना शुरू कर दिया है…इतना बड़ा अपराध कि पुरूष घर में सो रहा है रजाई ओढ़कर और महिलाओं को आगे करके चौराहे चौराहे पर बैठाया जा रहा है।”
ये बयान @myogiadityanath का … एक नया विवाद पैदा कर सकता है!! https://t.co/WG82EFuOtx
— Sumit Awasthi (@awasthis) January 22, 2020
उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस, सपा और वामपंथी दल देश की कीमत पर राजनीति कर रहे हैं और अब विरोध के नाम पर महिलाओं को आगे करने का हथकंडा अपनाया जा रहा है जिन्हें यह भी नहीं मालूम कि संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) क्या है?
उन्होंने आगे दावा किया, “इनके (विपक्षी दलों के) लिये देश महत्तवपूर्ण नही है। इनके लिये हिंदू, सिख, बौध्द, जैनी और पारसी महत्वपूर्ण नही है। अब तो कांग्रेस के लिये इसाई भी महत्तवपूर्ण नही रहे।”
मुख्यमंत्री का संकेत सीएए के उस प्रावधान की ओर था जिसके तहत अफगानिस्तान, बांग्लादेश और पाकिस्तान से धर्म के आधार पर प्रताड़ित छह अल्पसंख्यकों..हिन्दू, सिख, ईसाई, पारसी, बौद्ध एवं जैन पंथों के लोगों को नागरिकता दिये जाने की बात है। (पीटीआई-भाषा इनपुट्स के साथ)