डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के बाद यूपी बीजेपी चीफ भूपेंद्र चौधरी ने भी संगठन को पार्टी से बड़ा बताकर कहा कि अगर आज बजेपी सत्ता में है तो ये संगठन की 60-65 वर्षों की मेहनत का परिणाम है। उनका कहना है कि संगठन की तपस्य़ा का परिणाम सरकार है। इसी वजह से संगठन सरकार से बड़ा है।
इंडियन एक्सप्रेस से विशेष बातचीत में चौधरी ने कहा कि जब सत्ता नहीं होती तो संगठन ही एजेंडा तय करता है। यूपी में जब बीजेपी सरकार नहीं थी तो हमने ही एजेंडा तय किया और लोगों के बीच में गए। काफी समय बाद हमे सरकार बनाने का मौका मिला। उनका कहना था कि सरकार जो एजेंडा आगे बड़ा रही है वो संगठन का ही है। चाहे बात बिजली की हो या फिर पानी या सड़क। ये हमारे लिए गौरव की बात है कि सरकार संगठन के एजेंडे को बखूबी लागू कर रही है।
शिवपाल सिंह यादव और सुभासपा जैसी पार्टियों को बीजेपी में शामिल करने के सवाल पर उनका कहना था कि ये फैसला केंद्रीय नेतृत्व ही ले सकता है। मायावती के बीजेपी की बी टीम होने के सवाल पर उनका सवाल था कि 2019 में उन्होंने मोदी को हराने के लिए हाथ क्यों मिलाया था। उनका कहना था कि ये सारे आरोप ध्यान भटकाने की कोशिश भर ही हैं। हम परदे के पीछे किसी से भी तालमेल नहीं करते। हमारे अपने विचार और सिद्धांत हैं।
एक सवाल के जवाब में उनका कहना था कि सपा के बहुत से विधायक बीजेपी के संपर्क में हैं। हमारा नेतृत्व हालात को देखकर उनको अपने साथ शामिल करने पर कोई फैसला लेगा। लोकल बॉडी चुनाव पर उनका कहना था कि हम मजबूती से लड़ेंगे।
भूपेंद्र चौधरी का कहना है कि विपक्ष के नेता केवल बयानबाजी करते हैं। अखिलेश कमरे से बाहर नहीं निकलते तो भाई-बहन (राहुल-प्रियंका) अभी यात्रा में दिख रहे हैं। मायावती तो केवल चुनाव में ही नजर आती हैं। उनका कहना था कि बीजेपी का वर्कर हर समय एक्टिव रहता है। पीएम मोदी के जन्म दिन पर हम 15 दिन का सेवा पखवाड़ा मनाने जा रहे हैं। इस दौरान रक्तदान शिविरों के साथ हेल्थ चेकअप कैंप लगाए जाने की योजना है।