केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने मंगलवार को संसद में देश सड़कों का रोडमैप रखा। लोकसभा में उन्होंने कहा कि 2024 तक देश का रोड इंफ्रास्ट्रक्चर अमेरिका के बराबर होगा। उन्होंने कहा कि सड़क के बुनियादी ढांचे को बढ़ाने से कृषि के साथ-साथ पर्यटन में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। इस दौरान उन्होंने कहा कि उनके विभाग ने चार वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाए हैं।

गडकरी ने इन चार वर्ल्ड रिकॉर्ड के बारे में जानकारी देते हुए कहा, ” देश के लिए हमें इसका अभिमान है कि हमारे विभाग ने चार वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाए हैं। पहला वर्ल्ड रिकॉर्ड रोजाना 38 किलोमीटर रोड कंस्ट्रक्शन। हमने कोई गलत फीगर नहीं बनाई, जो रिकॉर्ड था वो उसी से बना है। वेस्टर्न कंट्रीज के उलट हम आठ किलोमीटर के लेथ को एक किलोमीटर कह रहे हैं। जो यूपीए सरकार में पद्धति थी उसी के हिसाब से बनाया। “

गडकरी ने आगे कहा, “एक हफ्ते पहले हमने 50 किलोमीटर लेथ की सिंगल लेन सड़क को सिर्फ 100 घंटे में बनाया। यह रिकॉर्ड दिल्ली – बड़ोदरा ग्रीनफील्ड अलाइनमेंट पर गुजरात के पंचमहल डिस्ट्रिक्ट में हुआ। हमने बड़ोदरा के पास चार लेन की 2.5 किलोमीटर लंबी सिमेंट कंक्रीट रोड केवल 24 घंटे में बनाया। बाद में सोलापुर से बीजापुर के बीच एनएच 52 पर हमने 26 किलोमीटर सिंगल लेन रोड सिर्फ 21 घंटे में बनाया। मुझे खुशी है कि काफी बड़े पैमाने पर कॉन्ट्रैक्टर के टेक्नोलॉजी में भी सुधार हो रहा है।”

नितिन गडकरी ने मंगलवार को कहा कि यातायात की भीड़ को कम करने और प्रदूषण की समस्या से निपटने के लिए राष्ट्रीय राजधानी में 62,000 करोड़ रुपये की सड़क परियोजनाएं शुरू की गई हैं। लोकसभा में सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय, 2022-23 के लिए अनुदान की मांगों पर एक बहस का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि पहले वह जब भी दिल्ली आते थे धौला कुआं में ट्रैफिक में फंस जाते थे।

2019 में गडकरी ने दिल्ली से हवाई अड्डे और गुरुग्राम की ओर जाने वाले यातायात को आसान बनाने के लिए दिल्ली में धौला कुआं के पास परेड रोड जंक्शन पर तीन लेन के अंडरपास का उद्घाटन किया था। उन्होंने कहा “हम प्रदूषण को कम करने की कोशिश कर रहे हैं। मेरा विभाग केवल दिल्ली प्रदूषण से निपटने के लिए 62,000 करोड़ रुपये खर्च कर रहा है। हमने रिंग रोड और अन्य सड़कों को बनाया ताकि प्रदूषण कम हो सके।”