Citizenship Amendment Act: केंद्रीय शहरी विकास मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने सांसद मनोज तिवारी की गाड़ी की तस्वीर को ट्विटर पर पोस्ट किया है। इस तस्वीर में केंद्रीय मंत्री पार्टी के सांसद मनोज तिवारी के साथ नजर आ रहे हैं औऱ वहां मनोज तिवारी की गाड़ी भी है। तस्वीर में केंद्रीय मंत्री, मनोज तिवारी की गाड़ी पर लगे नंबर प्लेट की तरफ इशारा कर रहे हैं। दरअसल इस गाड़ी का नंबर था DL 7 CAA 0009…इस तस्वीर को ट्वीट करते हुए केंद्रीय मंत्री ने लिखा कि ‘ये हुई ना बात! मेरे मित्र मनोज तिवारी जी की गाड़ी की नम्बर प्लेट देखिए। उन्होंने छह साल पहले ही CAA का महत्व पहचान लिया था। होनी को कोई टाल नहीं सकता!’
नागरिकता संशोधन कानून के समर्थन में किये गये इस ट्वीट को देखने के बाद ट्विटर पर यूजर्स ने अलग-अलग प्रतिक्रियाएं दी हैं और ट्रोल करने की कोशिश भी की है। कशिश आनंद नाम के एक यूजर ने इसपर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए लिखा कि ‘बहुत खराब मजाक ….मैं यह जरूर कहूंगा कि 0009 नंबर भारतीय जनता पार्टी के लिेए दिल्ली में सीट है।’ अभिषेक सिंह नाम के एक यूजर ने इसपर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए लिखा कि ‘आप मंत्री हों पुरी जी …इस प्रकार की बातें आप जैसे लोगो को शोभा नहीं देता..काम की बातें करों, जनता के मुद्दो पें बात करों , अगर दिल्ली जितना है तो…।’ राजेश झा नाम के एक यूजर ने लिखा कि ‘सर, ये गाड़ी छह साल पुरानी नहीं और मनोज सर के नाम से registered भी नहीं।’
ये हुई ना बात!
मेरे मित्र मनोज तिवारी जी की गाड़ी की नम्बर प्लेट देखिए। उन्होंने छह साल पहले ही CAA का महत्व पहचान लिया था।
होनी को कोई टाल नहीं सकता!@ManojTiwariMP pic.twitter.com/140ZvyMINJ
— Hardeep Singh Puri (@HardeepSPuri) January 5, 2020
आपको बता दें कि देश के अलग-अलग हिस्सों में नागरिकता कानून को लेकर हंगामा चल रहा है। इस कानून का विरोध कर रहे लोगों का तर्क है कि सरकार इसे धर्म के आधार पर लागू करना चाहती है और यह कानून अल्पसंख्यकों की नागरिकता खत्म करने से संबंधित है। हालांकि इस मुद्दे पर केंद्र सरकार कई बार साफ कर चुकी है कि यह कानून नागरिकता खत्म करने का नहीं बल्कि नागरिकता देने का का कानून है।
नागरिकता कानून के तहत पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश में धार्मिक प्रताड़ना सहने वाले बौद्ध, हिंदू, ईसाई, पारसी और सिख धर्म के लोगों को भारत की नागरिकता देने की बात कही गई है। इसमें मुस्लिम समुदाय का जिक्र नहीं किया गया है।