केंद्रीय शहरी विकास मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा है कि कोरोना वायरस संकट के बीच टीके के ऑर्डर को लेकर मोदी सरकार के आकलन में कोई कमी नहीं थी। मॉडलिंग भारत में भी हुई, जबकि अमरीका में भी कराई गई। हालांकि, ऐंकर ने इस पर उन्हें टोका तो मंत्री गर्माते हुए दो टूके बोले- आपको पता नहीं…अमरीका और इधर उधर की बात करने का शौक है।

यह मामला शनिवार को हिंदी चैनल ‘आज तक’ के सीधी बात नाम के बातचीत आधारित कार्यक्रम के दौरान का है। शो में पत्रकार प्रभु चावला ने पुरी से रिटायर्ड अफसरों के खत, कोरोना संकट, वैक्सीन, सेंट्रल विस्टा, स्वच्छ भारत और स्मार्ट सिटी आदि कई मसलों पर सवाल जवाब किए। सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट को लेकर पुरी ने कहा, “अभी जो संसद है, वह 1920 में बननी शुरू हुई थी। आने वाले वर्षों में क्या हमारी जनसंख्या कम होती जाएगी? आज इस परियोजना की जरूरत है। दिल्ली अब सेस्मिक जोन चार में है। अगर कोई भूकंप का झटका आए, तो उसकी वजह से बुरे और गंभीर नतीजे हो सकते हैं। अंदर से खोखली है। अभी बैठने की जगह नहीं है। यह ऐसा प्रोजेक्ट है, जो कांग्रेस काल में शुरू हुआ था। 2012 में…। नौकरशाह थे, वह तब इसका हिस्सा थे, अब जिसको मन करता है, वह चिट्ठी (रिटायर्ड अफसर) लिख देता है। मैंने इसलिए कहा कि ये पढ़े-लिखे मूर्ख हैं।”

बकौल पुरी, “कई लोग कह देते हैं कि 20 हजार करोड़ या 14 हजार करोड़ रुपए का पीएम आवास बन रहा है। प्रधानमंत्री आवास पर तो चर्चा ही नहीं हुई है। उस पर न डिजाइन प्रस्तुत हुआ है। इस सबके बाद ही टेंडर दिया जाएगा।”

चावला ने यह सवाल भी पूछा कि क्या उनकी सरकार जवाहर भवन को तोड़ेगी? इस पर पुरी बोले- सभी विदेशी दफ्तर और सरकारी इमारतें, उन 10 केंद्रीय इमारतों में होंगी। वायु भवन, नौसेना भवन, सेना भवन…ये सब डिफेंस एन्क्लेव में होंगे। विदेश मंत्रालय, फॉरेन ऑफिस…भी उन 10 में शामिल रहेंगे। मैं संसद भवन में भी इस बात का जवाब दे चुका हैं और उसे दोहराता हूं कि हमने फिलहाल आखिरी फैसला नहीं लिया है कि आखिर कौन-कौन सी सरकारी इमारतों को तोड़ा जाएगा।

यह पूछे जाने पर कि जून तक 30 करोड़ लोगों को टीका लगाने का प्लान था, तब ऑर्डर भी तो होना चाहिए था? मंत्री ने जवाब दिया- आपके भाषण के लिए शुक्रिया, पर अगर आपको पता हो कि एक वक्त पर वैक्सीन कितनी चाहिए, तो उतना ही पता लगेगा न। वायरस भी तो पता लगना चाहिए कि किस तरह से बर्ताव कर रहा है। पहले फेज के बाद गायब हो गया था, फिर म्यूटेंट आया है। यही चर्चा पहले हो रही थी, तब स्थिति होती है।

बातचीत के दौरान एक ऐसा पल आया, जब पुरी कोरोना वायरस टीका और मामलों की संख्या के मसले पर ऐंकर को सुनाने लगे। बोले- हमने सबसे लोगों को वैक्सीन दी है। केस फर्टैलिटी अनुपात है, वह कम है। कुल मामले कम हैं, क्योंकि हमारी जनसंख्या अधिक है। आप इसकी तुलना नहीं करते। आपको पता नहीं, अमरीका और इधर-उधर की बात करने का शौक है। अगर आपको गंभीर पत्रकारिता करनी है, तो तुलना करिए। हमारा ओवल ऑल रेट और मॉर्टैलिटी रेट देखिए।

शो में गरजते केंद्रीय मंत्री की ये बातें सुनकर चावला मुस्कुराते नजर आए और अंत में बोले, “आप हमेशा की तरह इस बार भी ‘झगड़ालू’ अंदाज में रहे।” हालांकि, इस पर पुरी ने अंत में कहा कि नहीं…वह हमेशा शांत रहते हैं। देखें, VIDEO: