सूचना और प्रसारण मंत्रालय और उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से वाराणसी में आयोजित पहले काशी फिल्म महोत्सव में फिल्म अभिनेत्री और सांसद हेमा मालिनी ने शिव विवाह, गंगा नृत्य, पार्वती स्वरूप और महिषासुर वध पर नृत्य नाटिका प्रस्तुत की। दो घंटे तक मन्त्र मुग्ध होकर बनारसियों ने हेमा मालिनी का कार्यक्रम देखा। इस मौके पर केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि लोग हेमा मालिनी को “ड्रीम गर्ल” कहते थे, लेकिन अब से उन्हें “दुर्गा” के रूप में जाना जाना चाहिए।
हेमा मालिनी के लिए यह स्मृति लेन जैसी यात्रा थी। 16 साल की उम्र में अभिनय की शुरुआत करने वाली अभिनेत्री से सांसद बनीं हेमा मालिनी ने प्रस्तुति के बाद मंच से कहा कि वाराणसी आज इतना महत्वपूर्ण हो गया है कि यहां आने के लिए टिकट ही नहीं मिल रहा है।
मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने काशी-विश्वनाथ कॉरिडोर को बिना किसी “मुकदमे” और “लड़ाई” के दुनिया को समर्पित किया है और भारतीय संस्कृति को बचाने और इसे आगे बढ़ाने के लिए काम किया है।” ठाकुर ने कहा, “लोग काशी में बाबा विश्वनाथ कॉरिडोर और काशी धाम को देखने आ रहे हैं। यह बेहतरीन है।”
उन्होंने कहा: “न कोई मुकदमा, न कोई झगड़ा; प्यार मोहब्बत से एक शानदार काम होकर दुनिया को जो समरपित मोदी-जी ने किया है, वह मुझे लगता है 250 साल इंतजार करने के बाद एक बार फिर हम में आने का आगे बढ़ने का, हमारी संस्कृति का, बड़ा-जीने का कहना है है।”
ठाकुर ने प्रधानमंत्री के नारे “विरासत भी, विकास भी” को दोहराया और कहा कि सरकार ने न केवल देश की विरासत को बचाया है बल्कि विकास के नए आयाम भी जोड़े हैं। ठाकुर ने कहा कि पिछले कुछ दिनों में, काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के उद्घाटन के बाद से, यहां कई कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं, और यह “अभी शुरुआत है – आने वाले वर्षों में पर्यटन बढ़ेगा।”
तीन दिवसीय काशी फिल्म महोत्सव का आयोजन यूपी सरकार के फिल्म बंधु और केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय द्वारा किया जा रहा है। महोत्सव की शुरुआत सोमवार से हुई। कार्यक्रम के दूसरे दिन मुख्य अतिथि रहे ठाकुर ने कहा कि केंद्र उत्तर प्रदेश और देश भर में फिल्म उद्योग को प्रोत्साहित करने के लिए हर कदम उठाएगा। ठाकुर ने कहा, “हम भारत को दुनिया का कंटेंट उपमहाद्वीप बनाएंगे।”