केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का बंगाल दौरा काफी चर्चा में है। इसकी एक वजह राज्य में सत्तासीन पार्टी तृणमूल कांग्रेस के सांसदों और विधायकों का भाजपा में शामिल होना रहा है। हालांकि, शाह ने इस दौरे में टीएमसी और सीएम ममता बनर्जी पर लगातार तीखे हमले भी किए हैं, जिस पर कई तृणमूल नेताओं ने गुस्सा जाहिर किया। ममता बनर्जी के करीबी और टीएमसी के राज्यसभा सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने तो बकायदा ट्विटर पर अमित शाह के दावों को गलत बताते हुए कुछ पॉइंट ट्विटर पर शेयर भी किए हैं। इनमें बारी-बारी से शाह के बयानों को झूठा कहा गया है।

क्या कहा डेरेक ओ ब्रायन ने ट्वीट में?: डेरेक ओ ब्रायन ने अपने एक शाह के सात दावों पर पलटवार करते हुए दस्तावेज साझा किया और ट्वीट में लिखा, “टूरिस्ट गैंग” के हेंचमैन की ओर से बंगाल में दिए गए भाषण का फैक्ट चेक। एक भाषण में मनगढ़ंत, झूठी जानकारी के 7 अंश। वैसे उनके स्तर के हिसाब से भी काफी नीचे।”

ओ ब्रायन ने लिखा, “अमित शाह ने दावा किया कि ममता बनर्जी ने कांग्रेस को दूसरी पार्टी के लिए छोड़ दिया और वे दूसरे नेताओं पर दल-बदल का आरोप लगाती हैं। जबकि सच्चाई यह है कि ममता ने किसी पार्टी से दल-बदल नहीं किया, बल्कि उन्होंने 1998 में खुद की पार्टी तृणमूल कांग्रेस खड़ी की।”

अगले पॉइंट में उन्होंने शाह पर निशाना साधते हुए कहा, “दावा किया गया कि बंगाल के लोगों को आयुष्मान भारत योजना का लाभ नहीं दिया गया। सच्चाई यह है कि बंगाल में आयुष्मान भारत स्कीम से दो साल पहले ही स्वास्थ्य साथी योजना शुरू की जा चुकी थी, जिसमें 1.4 करोड़ परिवारों को 5 लाख रुपए प्रतिवर्ष तक का बीमा दिया जा रहा था।”

“इसके अलावा यह भी दावा किया गया कि बंगाल प्रधानमंत्री किसान योजना के तहत किसानों को 6000 रुपए का फायदा नहीं दे रहा है। सच्चाई यह है कि बंगाल किसानों को सालाना मदद के लिए कृषक बंधु योजना के तहत हर एक एकड़ के लिए 5 हजार रुपए देता है, जबकि पीएम किसान योजना के तहत यह मदद सिर्फ 1214 रुपए प्रति एकड़ है।”

ब्रायन ने बताया- “दावे किए जा रहे हैं कि 1.5 साल में 300 भाजपा कार्यकर्ता मारे गए हैं। सच्चाई यह है कि भाजपा कार्यकर्ता आपसी लड़ाई में मारे जा रहे हैं। सुसाइड से मौतों को भी राजनीतिक हत्या करा जा रहा है। 1998 से लेकर अब तक 1027 तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ता मारे जा चुके हैं, जबकि भाजपा के 116 लोकसभा सांसदों के आपराधिक रिकॉर्ड हैं।”

“एक और दावा किया जा रहा है कि नरेंद्र मोदी ने बंगाल के लिए अनाज भिजवाया, जिसे टीएमसी कार्यकर्ताओं ने हड़प लिया। लेकिन बंगाल खाद्य साथी कार्यक्रम के तहत 10 करोड़ लोगों को जून 2021 तक मुफ्त राशन मुहैया कराया जा रहा है।” तृणमूल सांसद ने आगे कहा, “आरोप लगाए जा रहे हैं कि बंगाल सरकार ने जेपी नड्डा को बंगाल दौरे पर सुरक्षा नहीं दी, जबकि सच्चाई यह है कि हमने उन्हें Z+ सिक्योरिटी दी थी, लेकिन उन्होंने वाहनों का बड़ा काफिला पीछे लगाकर सारे नियम तोड़ दिए।”

“एक और दावा किया जा रहा है कि नरेंद्र मोदी बंगाल के गरीबों के लिए घर और इन्फ्रास्ट्रक्चर मुहैया करा रहे हैं। असलियत यह है कि केंद्र इसके लिए 60 फीसदी रकम देता है, जबकि राज्य 40 फीसदी। 2011-20 के बीच राज्य सरकार ने 39 हजार 993 करोड़ के खर्च से 33 लाख 87 हजार घर बनवाए। गीतांजली प्रकल्प योजना के तहत 3550 करोड़ रुपए खर्च से 3 लाख 90 हजार घर बनाए गए। वहीं, हाउजिंग स्कीम में 7 हजार करोड़ के खर्च से 4.30 हजार घर बनाए गए।”