देश में कोरोना विषाणु संक्रमण की दूसरी लहर में जिस गति से नए मामलों की वृद्धि हुई थी, उसी रफ्तार से इनमें कमी भी आई। लेकिन दो सप्ताह से यह रफ्तार सुस्त पड़ गई है। इन दो सप्ताह में संक्रमण के नए मामले 50 हजार के आसपास बने हुए हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन भी लोगों को आगाह करते हुए कह चुके हैं कि अभी दूसरी लहर खत्म नहीं हुई है। वहीं, केंद्र सरकार की ओर से संक्रमण की अधिक दर वाले जिलों में सख्त प्रतिबंध लगाए रखने के दिशानिर्देश भी जारी किए गए हैं।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक 21 जून से चार जुलाई तक के 14 दिन देश में पांच दिन 50 हजार या उससे अधिक नए मामले दर्ज किए गए। वहीं, 40 से 50 हजार के बीच में आठ दिन मामले सामने आए जबकि एक दिन 37 हजार मामले दर्ज किए गए। प्रधानमंत्री के आर्थिक सलाहकार समिति की सदस्य रहीं शमिका रवि के मुताबिक प्रतिदिन कोरोना विषाणु संक्रमण के दर्ज होने वाले मामलों के कम होने की रफ्तार में कमी आई है। ये अब 45 हजार के आसपास बने हुए हैं, जो एक बड़ी संख्या है। हालांकि, ये मामले अब कुछ ही राज्यों से आ रहे हैं।

रवि के मुताबिक कई राज्यों में नए मामलों में कमी होनी बंद हो गई है। इन राज्यों में प्रतिदिन सबसे अधिक मामले दर्ज करने वाले केरल (12 हजार मामले) और महाराष्ट्र (10 हजार मामले) शामिल हैं। लगभग सभी पूर्वोत्तर के राज्यों में प्रतिदिन सामने आने वाले कोरोना मामलों में वृद्धि दर्ज की जा रही है।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक एक से सात मई के सप्ताह से कोरोना के मामलों में लगातार कमी दर्ज की जा रही है। 8 से 14 मई के सप्ताह के मुकाबले 15 से 21 मई के सप्ताह में 22.3 फीसद, 15 से 21 मई के सप्ताह के मुकाबले 22 से 28 मई के सप्ताह में 23.3 फीसद, 22 से 28 मई के सप्ताह के मुकाबले 29 मई से चार जून के सप्ताह में 33.1 फीसद, 29 मई से चार जून के सप्ताह के मुकाबले 5 से 11 जून के सप्ताह में 33.1 फीसद, 5 से 11 जून के सप्ताह मुकाबले 12 से 18 जून के सप्ताह में 31.3 फीसद, 12 से 18 जून के सप्ताह के मुकाबले 19 से 25 जून के सप्ताह में 23.8 फीसद और 19 से 25 जून के सप्ताह के मुकाबले 26 जून से दो जुलाई के सप्ताह में सिर्फ 12.9 फीसद मामलों की कमी दर्ज की गई है। आंकड़ों के मुताबिक 19 से 25 जून के सप्ताह में देश में प्रतिदिन औसतन 53,093 और 26 जून से दो जुलाई के सप्ताह में औसतन 46,258 मामले दर्ज किए गए।

एक जुलाई को ही एक कार्यक्रम में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा था कि अभी कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर खत्म नहीं हुई है। उन्होंने लोगों को आगाह किया कि अभी कोरोना से बचने के उपायों को छोड़ने का समय नहीं है जिनमें मास्क लगाना, दो गज की दूरी रखना और हाथों को बारबार धोना शामिल है।

केंद्रीय गृह और स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से ऐसे जिलों, जिनमें संक्रमण की दर 10 फीसद से अधिक है, को कोरोना संक्रमण पर काबू करने के लिए कड़े प्रतिबंध जारी रखने के दिशानिर्देश दिए हैं। इसके अलावा छह राज्यों जिनमें केरल, अरुणाचल प्रदेश, त्रिपुरा, ओड़ीशा, छत्तीसगढ़ और मणिपुर में कोरोना के संक्रमण को नियंत्रित करने में मदद के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से विशेष टीम भेजी गई हैं।