देश में बढ़ती बेरोजगारी के मोर्च पर केंद्र सरकार पर लगातार निशाना साधा जा रहा है। आंकड़ों के मुताबिक बेरोजगारी पिछले चार दशकों के उच्चतम स्तर पर पहुंच चुकी है। ऐसे में बेरोजगारी से निपटने के लिए केंद्र सरकार को चार सांसद तरीका बताएंगे। बेरोजगारी के मुद्दे पर चार लोकसभा सांसद प्राइवेट मेंमबर बिल पेश करेंगे।इसमें से तीन सांसद सत्ताधारी बीजेपी के हैं जबकि एक सांसद कांग्रेस से हैं।
इन सांसदों में गढ़चिरौली- चिमूर सांसद अशोक महेंद्रराव नेते, दक्षिणी दिल्ली से सांसद रमेश बिदूड़ी, जलगांव से सांसद उनमेश भईया साहब पाटिल बीजेपी से हैं। इसके अलावा तमिलनाडु की तिरुचिरापल्ली सीट से कांग्रेस सांसद के थिरुनवुकरसर इन सांसदों की सूची में शामिल हैं।
नेते ने बेरोजगारी भत्ता बिल 2019 में सभी बेरोजगारों को भत्ता देने की बात कही गई है। वहीं, बिदूड़ी ने अपने बिल में बेरोजगार पोस्ट ग्रैजुएट लोगों को ही भत्ता देने की बात कही है। वहीं, पाटिल का सुझाव है कि रोजगार के अवसर बनाए जाएं साथ ही बेरोजगारों को भत्ता भी दिया जाए। थिरुनवुकरसर ने अपने बिल में कहा है कि बेरोजगारों को रोजगार मिलने तक उन्हें बेरोजगारी भत्ता दिया जाए।
गौरतलब है कि इससे पहले भी लोकसभा में ऐसे तीन विधयकों में बेरोजगार युवाओं के लिए बेरोजगारी भत्ते की मांग की गई थी। लेकिन लोकसभा में यह बिल खारिज हो गया था।