पिछले 10 दिन से गायब देशद्रोह का आरोपी उमर खालिद को बीते दिन जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय में देखा गया। सूचना मिलते ही पुलिस कैंपस पहुंची लेकिन उन्हें सुरक्षाकर्मियों ने अंदर आने नहीं दिया। खबर मिली है कि देशविरोधी नारे लगाने का मुख्य आरोपी उमर खालिद अपने बाकी साथियों के साथ देर रात कैंपस पहुंच गया। लेकिन वहीं ये भी खबर आ रही है कि खालिद अब तक कैंपस में ही था। लेकिन गौर करने वाली खालिद को अब तक किन छात्रों ने पनाह दी थी।
इस बारे में कैंपस के प्रशासन से भी बात की जाएगी। बता दें फिलहाल कैंपस में मौजूद उमर के साथ विश्वविद्यालय के सैकड़ों छात्र सभा कर रहे हैं। खबर मिलने पर पुलिस भी जेएनयू पहुंची लेकिन बाद में थोड़ी देर बाद खाली हाथ वापस लौट गई। हालांकि ये भी खबर है पुलिस के कुछ जवान अभी जेनएयू के बाहर पहरा दे रहे हैं।
कल रात देशद्रोही उमर ने करीब 300 की छात्रों को संबोधित किया। उमर ने कहा कि मेरे खिलाफ लगाए गए आरोप बेबुनियाद हैं। जिस तरह सोशल मीडिया पर मेरी बहन के खिलाफ कमेंट हो रहे हैं उससे मैं काफी परेशान हूं। मेरा कोई आतंकी कनेक्शन नहीं है। उमर ने भी कहा कि खबरों में बताया जा रहा है कि मैं पाकिस्तान जा चुकां हूं लेकिन मेरे पास तो पासपोर्ट नहीं है तो वहां कैसे जाऊंगा। कैंपस में उमर अपने से संबंधित सभी खबरों को टीवी पर देख रहा है।
सूत्र के मुताबिक कैंपस के बाहर पहरा दे रही पुलिस से मौजूद छात्रों ने कहा कि वो आत्मसमर्पण नहीं करेंगे, मगर पुलिस आकर उन्हें गिरफ्तार कर सकती है। फिलहाल पुलिस कैंपस के बाहर है और उसने पांचों आरोपी छात्रों को सरेंडर करने के लिए सुबह तक का वक्त दिया है। इन छात्रों के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज है।
आरोपी छात्रों ने कहा कि हम कहीं भाग नहीं रहे थे। हम सरेंडर करने आए हैं। गौरतलब है कि पुलिस को इस जेएनयू में भारत विरोधी नारे लगाने वाले केस में 16 छात्रों की तलाश है जिनमें 6 मुख्य मुख्य आरोपी हैं। एक आरोपी कन्हैया कुमार की गिरफ्तारी हो चुकी है। उमर, अनिर्बान भट्टाचार्य, अनंत प्रकाश, रामानागा और आशुतोष समेत पांच पुलिस की पकड़ से बाहर थे।
उसके समर्थन में सैकड़ों जेएनयू और दिल्ली यूनीवर्सिटी के एडमिन ब्लॉक के पास जुट गए और वहां उन्होंने सभा शुरू कर दी। इन छात्रों का कहना था कि उमर खालिद कोई आतंकी नहीं है। वो पुलिस को गिरफ्तारी देने के लिए तैयार हैं। पुलिस आए और उन्हें गिरफ्तार कर ले। हालांकि कैंपस में न तो मीडिया को घुसने दिया गया है और न ही पुलिस ही कैंपस के अंदर पहुंची है।
पुलिस छात्रों की गिरफ्तारी के लिए सुबह का इंतजार करेगी और वो यूनीवर्सिटी प्रशासन से संपर्क में बनी हुई है। फिलहाल सैकड़ों की संख्या में छात्र कैंपस में मौजूद हैं और माहौल में तनाव बना हुआ है। अब देखना यह होगा कि आज उमर खालिद दूसरे दोषी छात्रों को पुलिस गिरफ्तार कर पाती है या नहीं।