पैगंबर मोहम्मद पर आपत्तिजनक टिप्पणी कर भारतीय जनता पार्टी से बाहर हुईं नूपुर शर्मा को लेकर उमा भारती का बयान सामने आया है। नूपुर शर्मा को पार्टी से बाहर करने के बीजेपी के फैसले का समर्थन करते हुए उन्होंने कहा कि पार्टी ने जो एक्शन लिया वो सही है, लेकिन उसे भेड़ियों के झुंड की तरफ नहीं फेंक सकते हैं।

उन्होंने कहा कि अरब देशों की जो प्रतिक्रिया है उन्हें संभालने का काम तो हमारी केंद्र सरकार भली-भांति कर लेगी, लेकिन नूपुर ने जो भूल की कि पार्टी लाइन के बाहर जाकर उन्होंने टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी किसी के लिए कभी भी नफरत भरी भाषा बोलने के लिए स्वतंत्रता नहीं देती है। इसे लेकर पार्टी ने उसके खिलाफ जो कार्रवाई की वो ठीक है, और उसने खुद भी इस पर खेद जताया है।

उन्होंने कहा, “अब चिंता का विषय यह है कि उसके सिर पर एक करोड़ रुपये का इनाम और उसकी फोटो को जूतों से जिस तरह रौंदा जा रहा है और जैसे उसको धमकियां मिल रही हैं। उसके लिए तो हिंदू और मुसलमान सभी को उसकी निंदा करनी चाहिए।” उन्होंने नूपुर को सुरक्षा उपलब्ध कराने की भी बात कही है। उन्होंने कहा कि हम उसको इसके लिए भेडियों के झुंड की तरफ नहीं फेंक सकते हैं। उसकी पूरी सुरक्षा करनी चाहिए।

उन्होंने कहा, “मैं तो यूपी के चुनाव में जिस तरह जाति-धर्म के नाम पर नफरत, गाली-गलौज, नीचे दिखाना ही मुद्दा बन गया था, उसे देखकर चिंतित थी। पीएम मोदी हमारे पहले नेता हैं जिन्होंने हर समस्या का समाधान किया।” उन्होंने राम मंदिर, धारा 370 और तीन तलाक जैसे मुद्दो का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने सारे मुस्लिम देशों के साथ अच्छे संबंध बनाए। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी जैसे नेता भारत में तो क्या दुनिया के देशों में नहीं हुए होंगे।

उन्होंने कहा कि यूपी चुनाव से पहले जो माहौल बनना शुरू हुआ वो पीएम मोदी की सोच के विपरीत है। अभी हिंदू और मुसलमानों को मिलकर इसकी निंदा करनी चाहिए कि जिस तर नूपुर शर्मा के फोटो को जूते से रौंदा जा रहा है वह गलत है। बता दें कि नूपुर शर्मा को इस घटना के बाद से जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं।