सनातन धर्म विरोधी टिप्पणी को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के तीखे हमले के बाद DMK नेता और तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने बृहस्पतिवार को भाजपा नेताओं पर उनके बयानों को तोड़ मरोड़कर पेश करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि वह सभी मामलों का कानूनी रूप से सामना करने के लिए तैयार हैं। डीएमके नेता ने कहा कि सभी जानते हैं कि हम किसी भी धर्म के दुश्मन नहीं हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री मोदी और उनके सहयोगी मणिपुर हिंसा, भ्रष्टाचार से ध्यान भटकाने के लिए सनातन धर्म का इस्तेमाल कर रहे हैं।
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन ने प्रधानमंत्री मोदी पर भी तीखा हमला करते हुए कहा कि वह मणिपुर हिंसा को लेकर उठते सवालों का सामना करने से डरकर दुनिया भर में घूम रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘पिछले नौ सालों से भाजपा के सभी वादे खोखले रहे हैं। आपने वास्तव में हमारे कल्याण के लिए क्या किया है, यह सवाल वर्तमान में भाजपा सरकार के खिलाफ पूरा देश एकजुट होकर उठा रहा है।
मुझे उनके खिलाफ केस दायर करना चाहिए- उदयनिधि स्टालिन
उदयनिधि ने यह भी कहा कि आश्चर्य की बात यह है कि केंद्रीय मंत्री अमित शाह और भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री फर्जी खबर के आधार पर मेरे खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे उनके खिलाफ आपराधिक मामले और केस दायर करना चाहिए क्योंकि उन्होंने सम्मानजनक पदों पर रहते हुए मुझे बदनाम किया। लेकिपर मुझे पता है कि यह उनके अपने अस्तित्व को बचाए रखने का तरीका है। वे नहीं जानते कि अस्तित्व बचाने का और तरीका क्या है, इसलिए मैंने ऐसा नहीं करने का फैसला किया है।’’
स्टालिन ने आरोप लगाया कि पिछले नौ सालों से पीएम मोदी कुछ नहीं कर रहे
तमिलनाडु के मंत्री ने कहा कि DMK उन सभी धर्मों का सम्मान करती है जो सिखाते हैं कि हर कोई जन्म से समान होता है। उन्होंने कहा, ‘‘लगता है कि मोदी और उनके सहयोगी संसदीय चुनावों का सामना करने के लिए पूरी तरह से इस तरह की बदनामी पर निर्भर हैं। मैं केवल उनके लिए खेद महसूस कर सकता हूं।” उदयनिधि ने कहा कि पिछले नौ सालों से पीएम मोदी कुछ नहीं कर रहे। कभी वह नोटबंदी करते हैं, झोपड़ियों को छिपाने के लिए दीवार बनाते हैं, नया संसद भवन बनाते हैं, वहां सेंगोल खड़ा करते है, देश का नाम बदलकर खिलवाड़ करते हैं, सीमा पर खड़े होकर सफेद झंडा लहराते हैं।’’
सभी मामलों का कानूनी रूप से सामना करूंगा- उदयनिधि
मुख्यमंत्री के बेटे ने कहा, ‘‘भारत में मणिपुर के बारे में सवालों का सामना करने से डरकर वह अपने दोस्त गौतम अडाणी के साथ दुनिया भर में घूम रहे हैं। सच तो यह है कि लोगों की अज्ञानता ही उनकी नाटकीय राजनीति की पूंजी है।’’ उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी और उनके सहयोगी मणिपुर में भड़के दंगों में 250 से अधिक लोगों की हत्या और 7.5 लाख करोड़ रुपये के भ्रष्टाचार समेत तथ्यों से ध्यान भटकाने के लिए ‘सनातन’ धर्म का इस्तेमाल कर रहे हैं।’’ उन्होंने कहा कि मैं हमारे पार्टी अध्यक्ष (तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन) के मार्गदर्शन और हमारी पार्टी आलाकमान की सलाह पर मैं अपने खिलाफ दायर मामलों का कानूनी रूप से सामना करूंगा।
किसी धर्म या धार्मिक मान्यताओं को ठेस पहुंचाने का इरादा नहीं- एमके स्टालिन
वहीं, दूसरी ओर बेटे उदयनिधि स्टालिन के ‘सनातन धर्म को खत्म कर देना चाहिए’ टिप्पणी पर तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन ने कहा, “उन्होंने सनातन सिद्धांतों पर अपने विचार व्यक्त किए जो अनुसूचित जाति, जनजातियों और महिलाओं के खिलाफ भेदभाव करते हैं, उनका किसी भी धर्म या धार्मिक मान्यताओं को ठेस पहुंचाने का कोई इरादा नहीं था। सीएम ने कहा कि भाजपा समर्थक ताकतें दमनकारी सिद्धांतों के खिलाफ उनके रुख को बर्दाश्त करने में असमर्थ हैं और उन्होंने एक झूठी कहानी फैलाई है, जिसमें आरोप लगाया गया है कि उदयनिधि ने सनातन विचारों वाले लोगों के नरसंहार का आह्वान किया था।
तमिलनाडु के सीएम ने यह भी कहा कि नेशनल मीडिया से यह सुनना निराशाजनक है कि पीएम ने उल्लेख किया कि उदयनिधि की टिप्पणियों को उनकी मंत्रिपरिषद की बैठक के दौरान उचित प्रतिक्रिया की आवश्यकता है। किसी भी दावे या रिपोर्ट को सत्यापित करने के लिए प्रधानमंत्री के पास सभी संसाधनों तक पहुंच है। उन्होंने कहा कि क्या प्रधानमंत्री उदयनिधि के बारे में फैलाए गए झूठ से अनजान होकर बोल रहे हैं, या वह जानबूझकर ऐसा करते हैं?
उनके बयान का कोई समर्थन नहीं करेगा- संजय राउत
उदयनिधि स्टालिन के बयान पर शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) सांसद संजय राउत ने कहा कि हमने यह बयान सुना है। उदयनिधि स्टालिन एक मंत्री हैं और उनके बयान का कोई समर्थन नहीं करेगा। उनको इस तरह के बयान से बचना चाहिए। यह DMK की राय हो सकती है। इस देश में 90 करोड़ हिंदू और अलग-अलग धर्मों के लोग रहते हैं। उन्होंने कहा कि इस तरह से पूरे देश का माहौल खराब हो गया है। एमके स्टालिन एक आदरणीय नेता हैं। अगर उनके सलाहकार थोड़ा बचकर बयान दें तो INDIA में रुकावट नहीं आएगी।
रविशंकर प्रसाद बोले- ‘सनातन धर्म’ को संविधान में सम्मान
तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि स्टालिन की सनातन धर्म संबंधी टिप्पणी पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि उदयनिधि स्टालिन के बयान को पांच दिन हो गए, राहुल गांधी, नीतीश कुमार और लालू प्रसाद यादव चुप हैं। ये कब बोलेंगे? ‘सनातन धर्म’ विवाद पर बीजेपी नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा कि भारतीय संविधान में भगवान राम, कृष्ण, अर्जुन, नटराज और हनुमान की तस्वीरें हैं और डॉ. राजेंद्र प्रसाद, जवाहरलाल नेहरू, बीआर अंबेडकर और के हस्ताक्षर हैं। अन्य भी संविधान में मौजूद हैं। ‘सनातन धर्म’ को संविधान में सम्मान दिया गया है।
मेरा धर्म संविधान- प्रियांक खड़गे
वहीं, कर्नाटक सरकार में मंत्री प्रियांक खड़गे ने कहा, “मेरा बयान किसी भी धर्म के खिलाफ नहीं था। मैंने कहा था कि जो भी धर्म इंसानों के बीच भेदभाव करता है, वह धर्म नहीं है। मैं संविधान को मानता हूं, मेरा धर्म संविधान है। अगर वे चाहें तो मेरे खिलाफ FIR दर्ज़ करा सकते हैं या मुझे गिरफ्तार करा सकते हैं, मुझे परवाह नहीं है।” उन्होंने कहा कि ये लोग न कन्नड़ समझते हैं, न हिंदी समझते हैं और न अंग्रेजी समझते हैं। मैंने केवल इतना कहा है कि संविधान मेरा धर्म है। क्या भाजपा को इससे कोई समस्या है ?