जम्मू-कश्मीर के बारामूला जिले में शनिवार को सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में तीन आतंकवादी मारे गए, कश्मीर पुलिस ने एक्स (पहले ट्विटर के नाम से जाना जाता था) पर बताया कि यह मुठभेड़ बारामूला के उरी और हथलंगा इलाके में नियंत्रण रेखा (LOC) के पास हुई। यह मुठभेड़ ऐसे समय में हो रही है, जब अनंतनाग जिले के जंगलों में डेरा डालने वाले आतंकवादियों को काबू में करने के लिए एक अभियान चलाया जा रहा है।
ऑपरेशन में भारतीय सेना और बारामूला पुलिस शामिल थी
माना जा रहा है कि ये आतंकी घुसपैठ की कोशिश कर रहे थे। ऑपरेशन में भारतीय सेना और बारामूला पुलिस शामिल थी। पुलिस ने कहा, “तलाश अभी भी जारी है और अधिक जानकारी बाद में दी जाएगी।” पुलिस का यह बयान अनंतनाग जिले में चल रहे आतंकवाद विरोधी अभियान के बीच आया है। ऑपरेशन शुक्रवार को तीसरे दिन में प्रवेश कर गया। इस सप्ताह की शुरुआत में घने जंगली इलाके में मुठभेड़ के दौरान सेना के दो जवान और एक पुलिस अधिकारी की मौत हो गई थी।
रक्षा सूत्रों ने कहा कि एक सैनिक के लापता होने की सूचना है
बुधवार को मारे गए तीन अधिकारियों के अलावा – 19 राष्ट्रीय राइफल्स के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल मनप्रीत सिंह, मेजर आशीष धोंचक और पुलिस उपाधीक्षक हिमायूं मुजामिल भट – दिल्ली में रक्षा सूत्रों ने कहा कि एक सैनिक के लापता होने की सूचना है। बुधवार को अपने बयान में, सेना ने कहा था कि “आगे के अभियानों में” दो अन्य सैनिक भी घायल हो गए।
सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के विशेष महानिदेशक (एसडीजी) वाई बी खुरानिया ने जम्मू-कश्मीर के सांबा जिले में अंतरराष्ट्रीय सीमा का दौरा किया और बल द्वारा की गई सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। खुरानिया जम्मू के अग्रिम इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा करने के लिए तीन दिवसीय दौरे पर शुक्रवार को यहां पहुंचे।
बीएसएफ के प्रवक्ता ने बताया कि बीएसएफ के महा निरीक्षक डी के बूरा ने क्षेत्र में बीएसएफ जवानों की तैनाती और मजबूत स्थिति सहित सीमा सुरक्षा से जुड़े सभी अहम पहलुओं पर एसडीजी को एक विस्तृत प्रस्तुतिकरण दिया। प्रवक्ता के मुताबिक, खुरानिया सांबा सेक्टर पहुंचे, जहां उन्हें उन खतरों के बारे में जानकारी दी गई, जिनका सामना बीएसएफ कर रहा है।
