Bharat Jodo Yatra: कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा (Bharat Jodo Yatra) अपने आखरी दौर में है। 30 जनवरी को श्रीनगर में यात्रा के समापन होगा। कांग्रेस (Congress) ने इस समापन समारोह के लिए 21 राजनीतिक दलों को न्योता भेजा है। इन दलों में एक नाम ममता बनर्जी के दल तृणमूल कांग्रेस का भी है। कांग्रेस के न्योते के बाद अब ममता बनर्जी की पार्टी के तेवर नरम पड़ते दिखाई दे रहे हैं, हालांकि उनकी पार्टी ने अभी तक भारत जोड़ो यात्रा के समापन समारोह में शामिल होने की घोषणा नहीं की है।
टीएमसी प्रवक्ता कुणाल घोष ने हाल ही में कहा था कि हम हमेशा कांग्रेस के सड़कों पर आने और भाजपा से लड़ने के पक्ष में रहे हैं। अगर इस यात्रा से कांग्रेस को मदद मिलती है तो हमें खुशी होगी।
“भाजपा के लिए 170 सीटों पर एकमात्र चुनौती है कांग्रेस”
टीएमसी के एक नेता समीर चक्रवर्ती कहते हैं कि हमें यह बात समझनी चाहिए कि कांग्रेस लोकसभा की कम से कम 170 सीटों पर भाजपा के लिए एकमात्र चुनौती है। और भाजपा इसलिए मजबूत हो गई है क्योंकि कांग्रेस उसे उन सीटों पर कड़ी टक्कर देने में विफल रही है। हालांकि समीर चक्रवर्ती कहते हैं कि राहुल गांधी को इस भारत जोड़ो से पहले ‘कांग्रेस जोड़ो’ यात्रा का आयोजन करना चाहिए था। कांग्रेस को इसकी गंभीरता से जरूरत है।
शत्रुघ्न सिन्हा ने की थी राहुल गांधी की तारीफ
अभिनेताओं से नेता बने शत्रुघ्न सिन्हा और चिरंजीत चक्रवर्ती ने राहुल यात्रा का खुला समर्थन किया था। आसनसोल से टीएमसी सांसद सिन्हा ने भारत जोड़ो यात्रा को “क्रांतिकारी” बताते हुए कहा कि देश में ऐसी यात्रा पहले कभी नहीं हुई। राहुल गांधी का व्यक्तित्व देश के युवाओं को प्रेरित करेगा। टीएमसी के विधायक चिरंजीत चक्रवर्ती ने भारत जोड़ो यात्रा को लेकर कहा था कि यात्रा एक बहुत अच्छी पहल है। जिस तरह विनोबा भावे चले ठीक वैसे ही राहुल गांधी भी चल रहे हैं। हर कोई भारत को एक करने की कोशिश कर रहा है। इसमें क्या गलत है ?
कांग्रेस ने किया स्वागत
टीएमसी नेताओं के बयानों का स्वागत करते हुए, बंगाल कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने टीएमसी सुप्रीमो और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से भारत जोड़ो यात्रा पर अपना रुख स्पष्ट करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा “हम खुश हैं कि शत्रुघ्नजी और चरणजीत ने अपना स्टैंड साफ कर दिया है, लेकिन हमें ममता बनर्जी के बयान की जरूरत है।”