इंडिया गठबंधन के नेता सीट शेयरिंग पर चर्चा कर रहे हैं लेकिन बंगाल में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। बंगाल में कांग्रेस और टीएमसी के बीच जुबानी जंग जारी है। कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने शनिवार को कहा कि उन्हें 2024 के लोकसभा चुनाव में पश्चिम बंगाल की सभी 42 सीटों पर चुनाव लड़ने की तृणमूल की नई योजना की परवाह नहीं है।
अधीर रंजन चौधरी ने कहा, “मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता। हमारे नेताओं ने इस मुद्दे पर बात की है। मैं चुनाव लड़कर और जीतकर यहां पहुंचा हूं। मुझे पता है कि कैसे लड़ना है और कैसे जीतना है।” अधीर चौधरी बहरामपुर लोकसभा सीट से सांसद हैं। अधीर चौधरी 1999 से इस सीट से जीत रहे हैं।
बता दें कि तृणमूल की मुर्शिदाबाद जिला इकाई की बंद कमरे में हुई बैठक में पार्टी प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि टीएमसी को जिले की सभी तीन लोकसभा सीटें (जंगीपुर, मुर्शिदाबाद और बहरामपुर) जीतनी चाहिए। 2019 के चुनाव में पहले दो में तृणमूल ने जीत हासिल की, इसलिए अपनी पार्टी के नेताओं को ममता का आदेश अधीर के लिए सीधी चुनौती थी। ममता बनर्जी ने कहा कि अगर गठबंधन में उनकी पार्टी को महत्व नहीं दिया गया तो पार्टी राज्य की सभी 42 लोकसभा सीटों पर स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ने के लिए तैयार है।
पश्चिम बंगाल में सीट बंटवारे की बातचीत में मुश्किलें आनी तय हैं क्योंकि कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के कट्टर आलोचक हैं। इससे पहले अधीर रंजन चौधरी ने कहा था कि कांग्रेस तृणमूल से सीटों की भीख नहीं मांगेगी। इसके बाद ममता बनर्जी ने जवाब देते हुए कहा था कि सीट बंटवारा और बुरा-भला गठबंधन सहयोगी एक साथ नहीं चल सकते।
2019 में टीएमसी ने पश्चिम बंगाल में 22 सीटें हासिल कीं थी। कांग्रेस ने दो सीटें जीतीं और बीजेपी ने 18 सीटें हासिल कीं। अधीर रंजन चौधरी ने बहरामपुर सीट जीती थी और पूर्व केंद्रीय मंत्री अबू हासेम खान चौधरी ने मालदा दक्षिण सीट से जीत हासिल की थी।
पंजाब में सीट बंटवारे में पेंच फंसा
पंजाब में इंडिया ब्लॉक को अनिश्चितता का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि आप और कांग्रेस के बीच कोई समझौता संभव नहीं दिख रहा है। उद्धव ठाकरे की शिवसेना और कांग्रेस के बीच सीट बंटवारे की बातचीत की कीमत कांग्रेस के दिग्गज और पूर्व केंद्रीय मंत्री मिलिंद देवड़ा को चुकानी पड़ी। उन्होंने कांग्रेस छोड़ दी क्योंकि कांग्रेस ने संकेत दिया था कि मुंबई दक्षिण लोकसभा क्षेत्र उद्धव की पार्टी को जाएगा।