प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल विस्तार होने से पहले वरुण गांधी के कैबिनेट में शामिल होने की जबरदस्त अटकलें लगाई जा रही थीं। मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल के पहले कैबिनेट विस्तार की तस्वीर जब साफ हुई तो वरुण उसमें नदारद रहे। मोदी मंत्रिमंडल के विस्तार हुए  करीब दो सप्ताह बीत चुके हैं लेकिन पीलीभीत से बीजेपी सांसद वरुण गांधी को इससे जुड़े सवालों का सामना करना पड़ रहा है। शनिवार को जब वह लोकसभा से निकल रहे थे तभी उनकी मुलाकात टीएमसी की एक महिला सांसद से हो गई। महिला सांसद ने देखते ही उन्हें कैबिनेट में जगह मिलने पर बधाई दे दी।

महिला सांसद की इस बधाई पर वरुण गांधी ने मुस्कुराकर बताया कि वह मंत्री नहीं बने हैं। इस पर टीएमसी सांसद ने हैरानी जताते हुए कहा कि आपके नाम की चर्चा तो मीडिया जोर-शोर से कर रहा था। उन्होंने वरुण से पूछा कि अगर आप मंत्री नहीं बने तो मीडिया की कयासबाजी का कारण क्या था। इस पर वरुण ने कहा कि मुझे इसकी जानकारी नहीं है कि किस आधार पर मीडिया में मेरे मंत्री बनाए जाने की खबरें चल रहीं थी।

इस चर्चा से वरुण गांधी को असहज होता देख महिला सांसद ने कहा कि आपको चिंता नहीं करनी चाहिए, आप किसी भी मंत्री से ज्यादा मशहूर हैं। बताते चलें कि वरुण गांधी के अलावा कुछ और नामों की चर्चा मीडिया रिपोर्ट्स में थी लेकिन अंतिम तस्वीर में इन नामों को निराश होना पड़ा था।

वरुण गांधी के अलावा बिहार से बीजेपी नेता सुशील मोदी और जेडीयू के ललन सिंह के भी मंत्री बनने की अटकलें लगाई जा रही थी। इसके अलावा बीजेपी सांसद प्रवीण निषाद के नाम की भी सुगबुगाहट थी लेकिन इन नामों को अंतिम लिस्ट में जगह नहीं मिल पाई थी।

मेनका गांधी को पहली कैबिनेट में मंत्री बनाया गया था, जब दूसरी कैबिनेट में उनको स्थान नहीं मिला तो वरुण के कैबिनेट पहुंचने के कयास लगाए जाने लगे थे। इधर पार्टी में भी उनके पास कोई खास जिम्मेदारी नहीं है। यूपी चुनाव से पहले वह पार्टी महासचिव थे लेकिन चुनावों के दौरान उनसे यह जिम्मेदारी भी ले ली गई थी।

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि पीएम मोदी कैबिनेट में 43 नेताओं को मंत्री पद की शपथ दिलाई गई। जिसमें 7 मंत्रियों का प्रमोशन किया गया तो वहीं 36 नए चेहरों को शामिल किया गया है।