कांग्रेस नेता राहुल गांधी और उनकी बहन प्रियंका गांधी वाड्रा बीते समय में सरकार के खिलाफ चल रहे कई आंदोलन का हिस्सा बनने प्रदर्शनस्थल पर ही पहुंच जाते हैं। साथ ही दोनों किसी घटना के पीड़ित को उनके घर सांत्वना देने भी जाते रहे हैं। कई बार वे खुद ही गाड़ी चलाकर मंजिल तक पहुंचते हैं। इसका सबसे ताजा नजारा गुरुवार को दिखा, जब कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा अपनी ही कार का शीशा पोछते नजर आईं।
दरअसल, प्रियंका अपने काफिले के साथ राम गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में ट्रैक्टर रैली में स्टंट के दौरान हुई युवक नवरीत सिंह की मौत पर शोक जताने रामपुर जा रही थीं। इस दौरान उनके ड्राइवर ने कोहरे के चलते कार रोक दी। तब प्रियंका खुद कार से निकलकर शीशे पोछती दिखीं। उनके साथ यूपी कांग्रेस के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू भी शीशे पोछने आगे आए।
कई बार खुद ही कार चलाती दिखीं हैं प्रियंका गांधी: प्रियंका गांधी को इससे पहले भी कई बार सादगी से सफर करते हुए देखा गया है। अक्टूबर में हाथरस गैंगरेप केस की पीड़िता के परिवार से मिलने के लिए वे अपने भाई राहुल गांधी के साथ कार में रवाना हुई थीं। इसका वीडियो कांग्रेस ने जारी किया था। कार में राहुल गांधी आगे की सीट में बैठी हुए दिखाई दे रहे थे। साथ ही प्रियंका गांधी वाड्रा कार चलाती दिखी थीं। उनके साथ कई अन्य सांसद बस में सवार होकर हाथरस निकले थे।
इसके बाद हाथरस में जब गैंगरेप पीड़िता के परिवार से मिलने जा रहीं प्रियंका गांधी को यूपी की सीमा में घुसने से रोका जा रहा था। तब लाठीचार्ज के दौरान कांग्रेस का एक कार्यकर्ता गंभीर रूप से घायल हो गया था। तब प्रियंका गांधी ने उस कार्यकर्ता को अपनी गाड़ी में बैठा लिया और उसे पानी पीने के लिए दिया। उनकी इस दया भावना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुआ था। कई लोगों ने तो उन्हें छोटे से छोटे कार्यकर्ताओं से भावनात्मक तौर पर जुड़ा नेता करार दे दिया था।
दो बार एक्सीडेंट का शिकार हुआ प्रियंका का काफिला: बता दें कि प्रियंका की गाड़ी का रामपुर जाने के दौरान दो बार एक्सिडेंट हुआ है। नेशनल हाईवे-9 पर उनके काफिले की कई गाड़ियां आपस में भिड़ गईं। हालांकि, इस घटना में किसी को चोट नहीं आई। प्रियंका के काफिले का दूसरा एक्सीडेंट अमरोहा में हुआ, जहां भाजपा नेता की कार कांग्रेस के एक अन्य नेता की कार से टकरा गई। इस घटना में भी किसी को चोट नहीं आई।