अंतरराष्ट्रीय व्यापार संवर्धन संगठन (आइटीपीओ) परिसर में स्थित ‘भारत मंडपम’ में 9 और 10 सितंबर को आयोजित होने जा रहे जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और विशेषकर नई दिल्ली में कई तरह की पाबंदियां लगाई गई हैं। 1983 में आयोजित हुए सातवें गुट निरपेक्ष आंदोलन शिखर सम्मेलन के दौरान भी कुछ पाबंदियां लगाई गई थीं। गुट निरपेक्ष आंदोलन शिखर सम्मेलन दिल्ली में आयोजित हुआ, जो अब तक का सबसे बड़ा आयोजन था। इस सम्मेलन का उद्घाटन भारत की तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने किया था।

सातवें गुट निरपेक्ष आंदोलन शिखर सम्मेलन के महासचिव नटवर सिंह को 4,000 विदेशी मेहमानों के सामने भारत की सकारात्मक छवि पेश करने की जिम्मेदारी दी गई थी। इस कार्य को पूरा करने के लिए दिल्ली के उपराज्यपाल जगमोहन की अध्यक्षता में एक उच्चस्तरीय दल का गठन किया गया था। इस दल की देखरेख में दिल्ली प्रशासन और नई दिल्ली नगरपालिका समिति के कर्मचारियों की टीमों ने विभिन्न स्थानों को सौंदर्य स्थलों में बदल दिया, सुगम ड्राइविंग के लिए सड़कों को फिर से तैयार किया, सड़कों की रोशनी में सुधार किया और जिन होटलों में राष्ट्राध्यक्षों को एक सप्ताह के लिए रुकना था, उनके आसपास के सभी उद्यानों का पुनर्विकास किया गया था।

प्रतिनिधिमंडलों को ठहराने के लिए राजधानी के मध्य में चार पांच सितारा होटलों को चुना गया। विज्ञान भवन में आयोजित हुई इस बैठक को कवर करने के लिए 1,700 से अधिक विदेशी और भारतीय पत्रकार आए थे। कुछ मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक गुट निरपेक्ष आंदोलन शिखर सम्मेलन के दौरान नई दिल्ली क्षेत्र में काफी पाबंदियां लगाई गई थी। हवाई अड्डे को आम लोगों के लिए बंद कर दिया गया था। सख्त सुरक्षा प्रोटोकाल के चलते सड़कों पर लोगों को आने की मनाही थी जिसके चलते जनता को अपनी दैनिक गतिविधियां पूरी करने में असुविधाओं का सामना करना पड़ा था।

नौ और 10 सितंबर को आयोजित होने जा रहे जी20 शिखर सम्मेलन के वजह से आठ से 10 सितंबर तक नई दिल्ली जिले में आम लोगों के आने की मनाही है। पूरी दिल्ली में तीन दिन के लिए सभी स्कूल और दफ्तर बंद कर दिए गए हैं। इंदिरा गांधी हवाई अड्डे के आसपास धारा 144 लगाई गई। सुरक्षा के लिए हजारों सुरक्षा कर्मी तैनात किए गए हैं। बसों की आवाजाही पर भी पाबंदियां रहेंगी। दिल्ली पुलिस ने यात्रियों को मेट्रो सेवा का उपयोग करने की सलाह दी है।

सार्क के दो शिखर सम्मेलन नई दिल्ली में हुए

दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन (सार्क) के दो शिखर सम्मेलन नई दिल्ली में हो चुके हैं। सार्क का आठवां शिखर सम्मेलन दो-चार मई, 1995 को आयोजित किया गया था। इसमें मालदीव, पाकिस्तान व श्रीलंका के राष्ट्रपतियों, बांग्लादेश, भारत व नेपाल के प्रधानमंत्रियों और भूटान के राजा ने भाग लिया था। सार्क का चौदहवां शिखर सम्मेलन तीन-चार अप्रैल 2007 को किया गया था। इसमें अफगानिस्तान, मालदीव व श्रीलंका के राष्ट्रपतियों और भूटान, भारत, नेपाल व पाकिस्तान के प्रधानमंत्रियों और बांग्लादेश सरकार के मुख्य सलाहकार ने भाग लिया था। इन दोनों ही शिखर सम्मेलनों के दौरान दिल्ली में पाबंदियां नहीं लगाई गई थीं।