पुलवामा हमले को लेकर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा है कि भारत को इससे अच्छा मौका फिर कभी नहीं मिलेगा। देश की सेना और सुरक्षाबलों को इस दौरान पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में घुसकर मुजफ्फराबाद पर कब्जा कर लेना चाहिए। रविवार (16 फरवरी, 2019) को उन्होंने यह टिप्पणी सोशल मीडिया के जरिए की।
उन्होंने ट्वीट कर कहा, “इससे बढ़िया मौका हो ही नहीं सकता, जब अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भारत के पक्ष में माहौल बना हुआ है। हमारे पास सीजफायर उल्लंघन करने और पीओके से मुजफ्फराबाद को दोबारा वापस हासिल करने का शानदार मौका है। देश को इजरायल से खरीदे हुए ड्रोन्स से मसूद अजहर का काम तमाम करना चाहिए और धारा 370 को कलम के जरिए खत्म कर देना चाहिए।”
यह रहा स्वामी का ट्वीट-

एक अन्य ट्वीट में बीजेपी सांसद बोले- इराक और सीरिया में सफाया होने के बाद कुख्यात आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) अब पीओके की जगह को लेकर उतावला हो रहा है। उसने जैश-ए-मोहम्मद को लगभग अपनी जद में ले लिया है। ऐसे में भारत को तत्काल अहम कदम उठाने होंगे। अगर ऐसा न नहीं हुआ तो हिंदुस्तान के विभिन्न हिस्सों में यह जिहादी कैंसर फैलने लगेगा।

‘JK में सड़कों से गुजरना जारी रहेगा अर्धसैनिक बलों का काफिला’: गृह मंत्रालय ने रविवार को कहा कि घाटी में साजो-सामान पहुंचाने और अभ्यासगत कारणों से अर्धसैनिक बलों के काफिलों का सड़क मार्ग से गुजरना ‘आवश्यक’ है, इसलिए यह जारी रहेगा। हालांकि, मंत्रालय ने राज्य में सैनिकों को पहुंचाने के लिए हवाई सेवाएं बढ़ाई हैं। मंत्रालय का यह बयान पुलवामा में गुरुवार को सीआरपीएफ के जवानों पर हुए आतंकवादी हमले के बाद आया है, जिसमें 40 जवान शहीद हो गए थे।
PAK का दावा- जैश के खिलाफ बैन पर अमल का दायित्व निभा रहे: उधर, पाकिस्तान ने दावा किया है कि वह जैश-ए-मोहम्मद के खिलाफ प्रतिबंधों पर अमल का दायित्व निभा रहा है। रविवार को पड़ोसी मुल्क की तरफ से कहा गया कि पुलवामा हमले की जिम्मेदारी लेने वाले आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद पर 2002 में पाबंदी लगाई गई थी। इस्लामाबाद इन प्रतिबंधों पर कानून के मुताबिक अपने दायित्व निभा रहा है।
वहां के विदेश कार्यालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने भारत के आरोप को खारिज किया कि पुलवामा हमले के पीछे पाकिस्तान का हाथ है। वह बोले, “जैश वर्ष 2002 से ही पाकिस्तान में एक प्रतिबंधित संगठन है और पाकिस्तान इन प्रतिबंधों पर अमल को लेकर अपने दायित्व निभा रहा है।”

