Rahul Gandhi: मुंबई में इंडिया गठबंधन की रैली से पहले कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने रविवार को बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि देश में पांच प्रतिशत लोग ऐसे होते हैं, जिन्हें जस्टिस मिलता है। उनके लिए कोर्ट, सरकार और अन्य सभी संस्थाएं काम करती हैं। राहुल ने कहा कि अगर हम बाकी 90 फीसदी लोगों पर नजर डालें तो उनको न्याय नहीं मिल पाता है।

राहुल गांधी ने कहा कि अगर भारत मोहब्बत का देश है तो नफरत क्यों फैलाई जा रही है? हम कहते हैं कि भाजपा नफरत फैलाती है लेकिन इस नफरत का एक आधार तो ज़रूर होगा… तो इस नफरत का आधार है अन्याय है। इस देश में हर दिन गरीबों, किसानों, दलितों, महिलाओं और युवाओं के साथ अन्याय हो रहा है। देश में चंद अरबपतियों का लाखों-करोड़ों का कर्ज माफ हो जाता है, लेकिन किसानों का एक रुपया माफ नहीं होता।

राहुल गांधी ने कहा कि जब हमारी सरकार ने किसान कर्ज माफी की बात की तो BJP ने कहा- किसान आलसी हो जाएगा। मनरेगा लाए तो कहा कि मजदूरों की आदत बिगड़ जाएगी। लेकिन जब वे चंद उद्योगपतियों का लाखों-करोड़ों का कर्ज माफ करते हैं तो क्या उनकी आदत नहीं बिगड़ती आज एक तरफ कुछ लोगों के पास देश का पूरा धन है। वहीं दूसरी ओर युवा, किसान, मजदूर के साथ अन्याय हो रहा है।

कांग्रेस नेता ने कहा कि मुझे गुजरात के छोटे व्यापारियों ने बताया कि GST और नोटबंदी से उन्हें बहुत नुकसान हुआ है। उन्हें अपने साथ हो रहे अन्याय का पता था, लेकिन किसानों के साथ हो रहे अन्याय के बारे में जानकारी नहीं थी। जब तक आप अपने साथ ही अपने भाइयों पर हो रहे अन्याय के बारे में नहीं समझेंगे, तब तक कोई आंदोलन शुरू नहीं हो सकता।

वहीं शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत ने कहा कि कांग्रेस नहीं होती तो देश को आज़ादी नहीं मिलती, कांग्रेस नहीं होती तो देश को नेतृत्व नहीं मिलता… कांग्रेस नहीं होती तो यह देश अखंड नहीं होता, ऐसी कई बातें हैं लेकिन भाजपा को यह बातें समझ नहीं आएंगी… वे(भाजपा) व्यपारियों और उद्योगपतियों का विचार करते हैं… अगर भाजपा न होती तो कई बातें होती, इस देश में दंगे नहीं होते, इस देश का रुपया मज़बूत होता, देश पर जो कर्ज़ है वह कम होता…”