दिल्ली में कोरोना संक्रमण के नए मामलों में लगातार कमी दिख रही है। शुक्रवार को संक्रमण के 1,141 मामले सामने आए हैं और 139 मरीजों की इस बीमारी से मौत हुई। मामलों में कमी आने की वजह से अब संक्रमण दर गिरकर 1.59 फीसद रह गई है। हालांकि अब भी प्रतिदिन संक्रमण के कारण मरने वाले मरीजों की संख्या अधिक है।

इस समय दिल्ली में 22,701 निषिद्ध क्षेत्र हैं। इन क्षेत्रों में 14,581 सक्रिय मामले हैं और 7,111 ऐसे मरीज भी हैं जिनका इलाज घर में एकांतवास में किया जा रहा है। इस समय अस्पताल में 6037, कोरोना देखभाल केंद्र में 228 और कोरोना स्वास्थ्य केंद्र में 64 मरीज भर्ती हैं। सरकारी रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली के पास अब पर्याप्त संख्या में बिस्तर उपलब्ध हैं और कहीं भी बिस्तर की कोई कमी नहीं हैं। चौबीस घंटे में दिल्ली में 47,917 आरटीपीआर व 23,936 एंटीजन जांच की गई हैं।

इस दौरान 39,173 लोगों को कोरोना संक्रमण से बचाव का टीका लगाया गया है। इनमें 33,729 ने पहली बार व 5,444 ने दूसरी बार यह टीका लगवाया है। अब तक इस बीमारी से मरने वालों की संख्या बढ़कर 23,951 हो गई है। अब तक इस बीमारी से 14,23,690 लोग संक्रमित हुए हैं और 13,85,158 मरीज ठीक होकर अपने घर वापस गए हैं। दिल्ली में अब तक की कोरोना संक्रमण दर 7.46 व मृत्यु दर 1.68 फीसद दर्ज की गई है।

मुख्यमंत्री टीकाकरण केंद्रों पर जाने के लिए लोगों को प्रेरित करें, गुमराह नहीं : गुप्ता
भाजपा विधायक विजेंद्र गुप्ता ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से कहा है कि वे दिल्ली में टीके उपलब्ध न होने का भ्रम फैलाने की बजाए दिल्ली के लोगों को टीका लगवाने के लिए टीकाकरण केंद्रों पर जाने के लिए प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि आज भी दिल्ली में लगभग 200 टीकाकरण केंद्रों पर 45 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के लोगों का टीकाकरण हो रहा है।

इन केंद्रों पर प्रतिदिन कोविशील्ड का पहला टीका 100 से अधिक लोगों को लगाया जाना है, लेकिन स्थिति यह है कि इन केंद्रों पर टीके उपलब्ध होने के बावजूद प्रतिदिन केवल 15 से 20 लोग ही पहुंच रहे हैं, जबकि दिल्ली मे 45 वर्ष से अधिक आयु के मात्र 45 फीसद लोगों को ही पहला टीका लगा है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री दिल्ली में टीके उपलब्ध न होने का भ्रम फैलाकर असमंजस की स्थिति पैदा कर दी है। दिल्ली सरकार मुहिम चलाकर दिल्ली की जनता को टीका लगवाने के लिए टीकाकरण केंद्रों पर जाने के लिए प्रेरित करे।