दिल्ली एनसीआर के लगभग सभी शहरों की हवा शनिवार को काफी बिगड़ने के बाद ‘खतरनाक’ स्तर तक पहुंच गई। वहीं, दिल्ली ही नहीं देश के 14 शहरों की हवा में प्रदूषण का स्तर शनिवार को भी बहुत खराब दर्जे का आंका गया। कोहरे से मिलकर प्रदूषण ने धुंध सी हालत बना दी है जिससे लोगों को सांस लेने में दिक्कत महसूस हो रही है।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) की ओर से बने औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआइ) सूची में दिल्ली सहित देश के कई शहरों की हवा का स्तर बहुत खराब दर्जे की पाई गई है। जिन शहरों की हवा बहुत खराब दर्जे की पाई गई है, उनमें दिल्ली व राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के सभी शहर शामिल हैं।
सीपीसीबी के बुलेटिन के मुताबिक जिन शहरों की हवा बहुत खराब है उनमें औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआइ) 300 से 400 के बीच पाया गया है, जबकि गाजियाबाद (401 एक्यूआइ के साथ) की हवा ‘खतरनाक’ स्तर तक प्रदूषित पाई गई है। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में दिल्ली (334), सहित गुरुग्राम (310), फरीदाबाद (362), ग्रेटर नोएडा (363) और नोएडा (386) में वायु गुणवत्ता ‘खतरनाक’ स्तर की दर्ज की गई। इन शहरों की हवा का तो बुरा हाल है ही, साथ ही धारूहेड़ा (324), हाजीपुर (322), लखनऊ (302), मानेसर (313), मेरठ (328), मुरादाबाद (385), मुजफ्फरपुर (316), पटना (309 ) और आगरा की हवा भी बहुत खराब दर्जे में शामिल हैं।
हवा में प्रदूषण का स्तर बढ़ने से लोगों को सांस लेने में परेशानी का अहसास हो रहा है। कनॉट प्लेस की एक दुकान में काम करने वाले रोहित ने बताया कि धुंध की वजह से व मास्क लगाने की वजह से उन्हें सांस लेने में खासी परेशानी का अहसास हो रहा है। उन्होंने कहा कि उनको दुकान में काम करने व यहां लोगों के आने-जाने की वजह से हमेशा मास्क लगाए रखना होता है। शनिवार को भी धुंध रही जिससे परेशानी बढ़ गई है। वहीं सब्जी विक्रेता रोशन लाल ने भी कहा कि सुबह जब घने कोहरे व धुंंध में वे सब्जी उठाने मंडी जा रहे थे तो उन्हें सांस लेने में भारी दिक्कत हो रही थी। यहां तक कि वे गट्ठर भी उठा नहीं पा रहे थे।
केंद्र सरकार की वायु प्रदूषण निगरानी प्रणाली सफर के मुताबिक इसमें अगले दो दिनों में सुधार की कोई गुंजाइश नहीं हैं। कोहरे से मिलकर प्रदूषण का यही काकटेल रहने वाला है। हालांकि 15 फरवरी के बाद इसमें कुछ सुधार देखने को मिल सकता है। तब दिल्ली एनसीआर की हवा सुधर कर बहुत खराब दर्जे से खराब दर्जे में आ सकती है।