तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने विवादित बयान दिया है। दरअसल तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने केंद्र सरकार से सर्जिकल स्ट्राइक का सबूत मांगा है। देश में अब तेलांगना सीएम के. चंद्रशेखर राव के सबूत मांगने वाले बयान पर चर्चा होने लगी है। वहीं के. चंद्रशेखर राव के द्वारा सर्जिकल स्ट्राइक का सबूत मांगने पर केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने निशाना साधा है।
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने सीएम केसीआर पर निशाना साधते हुए कहा कि, “तेलंगाना के सीएम गुस्से में है और घबराए हुए हैं। हुजूराबाद में हुई सर्जिकल स्ट्राइक के बाद हुजूर के बोल बिगड़े नजर आते हैं। अगर एक चुनाव में हार के बाद यह स्थिति है, तो यह स्पष्ट रूप से दर्शाता है कि तेलंगाना में केसीआर और टीआरएस के नीचे की जमीन डूब रही है।”
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने आगे कहा कि, “कांग्रेस और टीआरएस के शब्द पाकिस्तान के समान लगते हैं। जब भी चुनाव आते हैं तो ये नए-नए प्रयोग करते हैं, चाहे वह हिजाब हो या सर्जिकल स्ट्राइक, क्योंकि विकास के मामले में वे बीजेपी से मुकाबला नहीं कर सकते। सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल करना केसीआर की मानसिकता को दर्शाता है।”
एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में पत्रकार ने तेलंगाना के मुख्यमंत्री से पूछा था कि राहुल गांधी पर असम के मुख्यमंत्री ने टिप्पणी की है कि उन्होंने सर्जिकल स्ट्राइक का प्रूफ मांगा था। इसके जवाब में तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने कहा कि सर्जिकल स्ट्राइक का सबूत राहुल गांधी ने मांगा है, उसमें कुछ गलत नहीं है। इसमें गलत क्या था? यहां तक कि मैं भी मांग रहा हूं, केंद्र सरकार दिखाए। बीजेपी झूठा प्रोपेगेंडा फैलाती है और लोग उसका प्रूफ मांग रहे हैं।
बता दें कि उत्तराखंड में एक सभा के दौरान असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा था कि जनरल बिपिन रावत देश के गौरव थे और राहुल गांधी ने सर्जिकल स्ट्राइक का सबूत मांगा था। हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा था कि हमने कभी आपसे नहीं पूछा कि आप राजीव गांधी के बेटे हैं, तो आपको सेना से सबूत मांगने का क्या अधिकार है? असम के मुख्यमंत्री के बयान पर तेलंगाना के मुख्यमंत्री ने कहा था कि क्या यही बीजेपी के संस्कार हैं कि उनका एक मुख्यमंत्री देश के एक नेता के बारे में ऐसे शब्द बोल रहा है? उन्होंने बीजेपी से असम के मुख्यमंत्री को बर्खास्त करने की मांग भी की थी।