Telangana Caste Survey: तेलंगाना में कांग्रेस शासित रेवंत रेड्डी सरकार (Revanth Reddy Government) द्वारा किए गए जातिगत सर्वे की रिपोर्ट में कुछ अहम तथ्य सामने आए हैं, जो बताते हैं कि राज्य की कुल 3.70 करोड़ की आबादी में सबसे बड़ी हिस्सेदारी ओबीसी वर्ग की है, जो कि 46.25 प्रतिशत है। इसके अलावा अनुसूचित जाति और जनजाति की भी हिस्सेदारी भी सामने आ गई है।
दरअसल, तेलंगाना के सामाजिक आर्थिक, शैक्षिक, रोजगार, राजनीतिक और जाति (SEEEPC) सर्वेक्षण की सामने आई रिपोर्ट में सामने आया कि राज्य की आबादी में पिछड़े वर्गों की हिस्सेदारी 56.33 प्रतिशत है। इस रिपोर्ट के कैबिनेट की उप-समिति के सामने पेश किया गया है।
सर्वे में पता चली अलग-अलग जाति वर्ग के लोगों की आबादी
तेलंगाना के जातीय सर्वेक्षण (Telangana Caste Survey Report) की रिपोर्ट के अनुसार, अनुसूचित जाति की जनसंख्या 17.43 प्रतिशत है, जबकि अनुसूचित जनजाति की जनसंख्या 10.45 प्रतिशत है। इसके अलावा अन्य जातियों का हिस्सा 15.79 प्रतिशत हैं। तेलंगाना की पूरी जनसंख्या में पिछड़े वर्गों की आबादी 1,64,09,179 है। एससी आबादी 61,84,319 और एसटी आबादी 37,05,929 है। राज्य में ओबीसी लोगों की कुल संख्या 44,21,115 है।
तेलंगाना में कितनी है मुस्लिम आबादी?
मुस्लिम आबादी (Muslims Community in Telangana) की बात करें तो तेलंगाना के जातीय सर्वेक्षण के अनुसार, राज्य में मुस्लिम आबादी 44,57,012 है, जिसमें से 35,76,588 बी.सी. मुस्लिम हैं। बी.सी. मुस्लिम आबादी का 10.08% हिस्सा बनाते हैं और ओ.सी. मुस्लिम आबादी 2.48% है।
तेलंगाना के कैबिनेट मंत्री उत्तम कुमार रेड्डी (Uttam Kumar Reddy) ने हैदराबाद में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि SEEEPC ने 50 दिनों के भीतर तेलंगाना के 96.9% घरों को कवर किया है। मंत्री उत्तम कुमार रेड्डी, डी. सीथक्का, पोन्नम प्रभाकर और दामोदर राजा नरसिम्हा के बीच हुई बैठक के बाद यह घोषणा की गई।
तेलंगाना में जातिगत सर्वेक्षण से क्या होगा फायदा?
बता दें कि 4 फरवरी, 2024 को राज्य विधानसभा (Telangana Assembly) में इसका प्रस्ताव पारित किया गया था, जिसके बाद राज्य के नियोजन विभाग द्वारा यह सर्वेक्षण किया गया था। सरकार के अनुसार सर्वेक्षण के परिणामों से कल्याणकारी योजनाओं को बेहतर बनाने, नौकरी के अवसरों में सुधार करने और कमजोर वर्गों के उत्थान में मदद मिलेगी।
कांग्रेस ने तेलंगाना चुनाव में किया था वादा
गौरतलब है कि 2023 के विधानसभा चुनाव (Telangana Assembly Electons 2023) में कांग्रेस ने इसी जातिगत सर्वेक्षण के मुद्दे पर जीत दर् की थी। पार्टी ने अपने घोषणापत्र में भी इसको लेकर बड़ा दावा किया था। इस चुनाव में कांग्रेस ने बीआएस (BRS) को सत्ता से बाहर करके अपनी ताकत दिखाते हुए सत्ता हासिल की थी। तेलंगाना से संबंधित अन्य सभी खबरें पढ़ने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें।