Chandrababu Naidu Meets Amit Shah: तेलुगु देशम पार्टी के प्रमुख चंद्रबाबू नायडू ने रविवार को दिल्ली में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। चंद्रबाबू नायडू की यह मुलाकात राज्य (तेलंगाना) में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव को देखते हुए काफी अहम मानी जा रही है। नायडू ने बीजेपी के दोनों वरिष्ठ नेताओं से करीब आधे घंटे तक चर्चा की। संभावना जताई जा रही है कि तेलुगु देशम पार्टी और बीजेपी के बीच गठबंधन हो सकता है। बता दें, नायडू की पार्टी तेलंगाना में मुख्य विपक्षी पार्टी है।
बीजेपी के साथ गठबंधन के इच्छुक हैं नायडू
सूत्रों ने बताया कि इस साल होने वाले तेलंगाना विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी और टीडीपी का गठबंधन हो सकता है। आंध्र प्रदेश के बंटवारे के बाद के विशेष दर्जे की मांग को लेकर 2018 में बीजेपी से नाता तोड़ने वाले नायडू बीजेपी के साथ चुनावी समझौते के इच्छुक हैं। हाल ही में पोर्ट ब्लेयर में हुए नगर निकाय चुनाव के बाद दोनों पार्टियां साथ आ गईं। पीएम मोदी ने पिछले महीने अपने रेडियो कार्यक्रम मन की बात में टीडीपी के संस्थापक और आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एनटी रामाराव को उनकी जयंती पर याद किया था।
भाजपा की राज्य इकाई में नेताओं के एक वर्ग ने हालांकि, नायडू के साथ किसी भी गठबंधन का विरोध किया है, क्योंकि पिछले कुछ वर्षों में दोनों दलों के बीच संबंधों में खटास आ गई थी। ये नेता नायडू द्वारा 2019 के लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना और बाद में कांग्रेस के प्रति उनके गर्मजोशी का हवाला देते हैं। हालांकि, कर्नाटक विधानसभा चुनावों में हार ने भाजपा के वरिष्ठ नेतृत्व का ध्यान दक्षिण भारत के अन्य राज्यों, विशेषकर आंध्र प्रदेश और तेलंगाना पर केंद्रित कर दिया है।
शाह ने पहले टीडीपी के साथ गठबंधन से इनकार किया था, लेकिन पिछले साल से नायडू ने प्रधानमंत्री सहित भाजपा नेताओं से मिलने के लिए कई बार दिल्ली का दौरा किया है। टीडीपी ने पिछले साल राष्ट्रपति चुनाव के लिए एनडीए की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू का भी समर्थन किया था।
2018 में TRS ने मारी थी बाजी
2018 में हुए तेलंगाना विधानसभा चुनाव में तेलंगाना राष्ट्र समिति ने 119 सीटों में से 88 सीट पर जीत दर्ज की थी, जबकि कांग्रेस को 19 सीटों पर जीत मिली थी। वहीं, भाजपा को महज एक सीट से ही संतोष करना पड़ा। असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन को सात सीटों पर जीत हासिल हुई थी। टीडीपी को केवल दो सीटें मिली थीं। इस चुनाव में तेलंगाना राष्ट्र समिति के अध्यक्ष के. चंद्रशेखर राव ने 1985 से कभी चुनाव नहीं हारने का रिकार्ड इस चुनाव में भी बरकरार रखा था। वह गजवेल विधानसभा सीट से विजयी हुए थे। केसीआर के रूप में प्रसिद्ध राव ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस के वी. प्रताप रेड्डी को 50,000 से ज्यादा मतों के अंतर से हराया था। 2014 में टीआरएस प्रमुख ने यहां से प्रताप रेड्डी के खिलाफ 19,391 मतों से जीत हासिल की थी। रेड्डी ने तेलुगू देशम पार्टी से चुनाव लड़ा था।