आयकर विभाग ने AIADMK से निष्कासित नेत्री वीके शशिकला की 11 संपत्तियों को जब्त कर लिया है। संपत्ति – तमिलनाडु के पयनूर गांव में 24 एकड़ में फैली हुई है। कथित तौर पर यह संपत्ति 1991 और 1996 के बीच खरीदी गयी थी जब जयललिता मुख्यमंत्री थीं। कर्नाटक विशेष न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश जॉन माइकल कुन्हा के 2014 के एक फैसले में इन 11 संपत्तियों को जयललिता, उनकी करीबी सहयोगी शशिकला और शशिकला के रिश्तेदारों इलावरसी और सुधाकरन की “आय से अधिक संपत्ति” के रूप में सूचीबद्ध किया गया है।

1990 के दशक में खरीद के समय संपत्तियों की कीमत लगभग ₹ 20 लाख मानी जा सकती है, वर्तमान लागत लगभग ₹ 100 करोड़ होने का अनुमान है। सूत्रों ने कहा कि 2014 के अदालत के फैसले के आधार पर कर विभाग ने बेनामी लेनदेन (निषेध) अधिनियम के तहत संपत्तियों को कुर्क किया है। अधिकारियों ने कहा कि राज्य के भूमि पंजीकरण विभाग को सूचित कर दिया गया है और संपत्तियों के बाहर कुर्की नोटिस लगा दिया गया है।

वीके शशिकला इन संपत्तियों का उपयोग जारी रख सकती हैं लेकिन वह कोई लेनदेन नहीं कर सकती हैं। भ्रष्टाचार के एक मामले में चार साल जेल की सजा काटने के बाद 67 वर्षीय नेत्री को इस साल की शुरुआत में रिहा किया गया था।

उन्होंने 2016 में जयललिता की मृत्यु के तुरंत बाद AIADMK प्रमुख के रूप में पदभार संभाला था, सुप्रीम कोर्ट द्वारा भ्रष्टाचार के लिए दोषी ठहराए जाने पर उन्होंने मुख्यमंत्री का पद लेने का असफल प्रयास किया था। लेकिन AIADMK ने उन्हें निष्कासित कर दिया गया था।

तमिलनाडु में अप्रैल-मई के राज्य चुनावों से पहले, उन्होंने घोषणा की थी कि वह “राजनीति से दूर रह रही हैं”। वीके शशिकला ने हाल ही में तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री ओ पनीरसेल्वम से मुलाकात कर उनकी पत्नी के निधन पर शोक जताया था। ओपीएस द्वारा शशिकला के खिलाफ बगावत करने के चार साल बाद यह उनकी पहली मुलाकात थी।

कौन हैं वीके शशिकला?: वीके शशिकला, विवेकानंदन कृष्णवेणी शशिकला, को शशिकला नटराजन के नाम से भी जाना जाता है। वे AIADMK की राष्ट्रीय अध्यक्ष रह चुकी हैं। वह तमिलनाडु की दिवंगत मुख्यमंत्री जे. जयललिता की करीबी सहयोगी थीं। जयललिता की मृत्यु के बाद, पार्टी ने उन्हें महासचिव के रूप में चुना लेकिन बाद में पद से हटा दिया। साथ ही सितंबर 2017 में पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था।

बाद में उन्होंने अपने भतीजे टी.टी.वी. दिनाकरन के साथ मिलकर 2018 में अम्मा मक्कल मुनेत्र कज़गम (एएमएमके) का गठन किया था। जिसकी वो अध्यक्ष हैं।