मुफ्ती मोहम्मद सईद के निधन पर शोक की अवधि बीत जाने के बाद सोमवार को भी इस बात के संकेत नहीं मिले कि जम्मू कश्मीर में नई सरकार कितनी जल्दी गठित होगी क्योंकि पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती संशय बनाए हुए हैं जबकि भाजपा ने कहा कि वह अपने सहयोगी दल के पहले कदम उठाने का इंतजार करेगी और उसे आस है कि वर्तमान सत्ता साझेदारी व्यवस्था बनी रहेगी।
अपने दिवंगत पिता मुफ्ती मोहम्मद सईद की उत्तराधिकारी के रूप में अगली मुख्यमंत्री समझी जा रहीं महबूबा इस बात पर संशय बनाए हुए हैं कि वह राज्य में सरकार गठन के लिए कब कदम उठाएंगी। पिछले शनिवार को राज्य में राज्यपाल शासन लगा दिया गया था।
वरिष्ठ पीडीपी नेता नईम अख्तर से जब पूछा गया कि अगली सरकार के गठन की दिशा में कोई कदम उठाया गया है तो उन्होंने कहा, ‘अब तक कुछ परिवर्तन नहीं हुआ है। सरकार गठन पर कोई भी अगला घटनाक्रम इस बात पर निर्भर करेगा कि कितनी जल्दी पार्टी अध्यक्ष विचार विमर्श शुरू कर पाती हैं और इस मुद्दे पर सलाह लेती हैं।’ सईद के निधन पर चार दिन के शोक की अवधि बीतने पर रविवार शाम महबूबा ने पार्टी अध्यक्ष के रूप में अपना कामकाज फिर शुरू कर दिया लेकिन उन्होंने सरकार गठन के प्रयास के तौर पर अब तक विधायक दल की बैठक नहीं बुलाई है।
पीडीपी नेता ने कहा, ‘सईद के निजी स्टॉफ के विदाई समारोह में मौजूद पार्टी विधायकों ने आगे की कार्रवाई के लिए पार्टी अध्यक्ष को अधिकृत कर दिया। हम लोग अब भी उनके फैसले का इंतजार कर रहे हैं।’ हालांकि सईद के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार में साझीदार रही भाजपा ने लिखित में मुख्यमंत्री के रूप में महबूबा को अपना समर्थन नहीं दिया है लेकिन पूर्व उपमुख्यमंत्री निर्मल सिंह समेत पार्टी के कई नेताओं ने आशा व्यक्त की है कि पीडीपी के साथ उनका गठबंधन बना रहेगा।
उधर, दिल्ली में भाजपा महासचिव राम माधव ने स्पष्ट किया कि उनकी पार्टी वर्तमान सत्ता साझेदारी व्यवस्था बनाए रखना चाहती है, लेकिन महबूबा मुफ्ती की पार्टी पीडीपी को पहले निर्णय करना होगा। उन्होंने इन खबरों को ‘सिर्फ अटकल’ बताया कि दोनों दलों ने नई शर्तें रखी हैं। उन्होंने जोर दिया कि उनके बीच कोई राजनीतिक चर्चा शुरू ही नहीं हुई है क्योंकि पिता मुफ्ती मोहम्मद सईद के निधन के बाद महबूबा गहरे दुख में हैं।
इस विषय पर अनिश्चितता के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘इस सवाल का जवाब पीडीपी ही दे सकती है। उन्हें यह सोचना होगा कि वह अपनी ओर से प्रक्रिया को कैसे पूरा करते हैं। उन्हें अपना नेता तय करना है और सामने आना है। मैं उम्मीद करता हूं कि वे जल्द ही निर्णय करेंगे ताकि इस प्रकार की अनिश्चितता समाप्त हो सके।’
यह पूछे जाने पर कि क्या भाजपा को आसानी से नई पीडीपी-भाजपा सरकार के सत्ता में आने की उम्मीद है, राम माधव ने कहा, ‘मैं यह कहना चाहता हूं कि यह सरलता से होगा। हम जानना चाहेंगे कि वे क्या सोचते हैं। पीडीपी को आगे आना चाहिए।’ उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर के विकास को लेकर मुफ्ती सईद की बड़ी सोच थी, जिसके कारण दोनों दलों में गठबंधन हो सका।