किसान आंदोलन को लेकर न्यूज 18 पर एक डिबेट शो में बीजेपी नेता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि अगर राकेश टिकैत उभरकर सामने आते हैं तो बड़ा चौधरी कौन? यह सवाल खड़ा हो जाएगा। उन्होंने कहा कि कोई भी राजनीति का समझदार व्यक्ति समझ सकता है कि अगर राकेश टिकैत उभरते हैं तो वो किसके लिए समस्या खड़े करेंगे? बड़ा चौधरी कौन होगा? चौधरी अजित सिंह या राकेश टिकैत? साथ ही उन्होंने कहा कि हमारे साथ कौन हैं कौन नहीं हैं वो संजीव बालियान जी ने बता दिया है, वो 2022 के चुनाव में तय हो जाएगा।
शो के एंकर अमिश देवगन ने सुधांशु त्रिवेदी से प्रियंका गांधी के बयान पर सवाल किया था, जिसमें प्रियंका गांधी ने कहा था कि अगर आप सावधान नहीं रहेंगे तो ये लोग गोवर्धन पर्वत भी बेच देंगे। सुधांशु त्रिवेदी ने पलटवार करते हुए कहा कि पिछले 30 साल से उत्तर प्रदेश में कांग्रेस पार्टी का कोई आधार नहीं बचा है। वो आधार बनाने के लिए प्रयास कर रहे हैं, प्रयास करने का अधिकार सब के पास है।
#आर_पार
काँग्रेस के नेता पर तो वो कहावत लागू होती है, ‘ऐसी समझ जो समझे ख़ुदा, अगर राकेश टिकैत उभरकर आएँगे तो बड़ा चौधरी कौन होगा?’: सुधांशु त्रिवेदी(बीजेपी) #SuperExclusive #KisanAndolan #FarmBills2020 #FarmersProtests @AMISHDEVGAN @SudhanshuTrived pic.twitter.com/HG2osCgu5M— News18 India (@News18India) February 23, 2021
कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने डिबेट में बीजेपी पर आरोप लगाया कि बीजेपी दो लोगों की कड़ी है और बीजेपी की सारी सियासत उनके इंतजार में खड़ी है। साथ ही उन्होंने कहा कि आरएसएस अब टीवी वाला संघ हो गया है। अब संघ का भी बीजेपी पर कोई प्रभाव नहीं रह गया है।
आरोप का जवाब देते हुए सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि मैं कांग्रेस प्रवक्ता से यह वचन लेना चाहूंगा कि ये लोग अब आगे से यह आरोप नहीं लगाएंगे कि सरकार नागपुर से चल रही है। सरकार पर आरएसएस  का प्रभाव है। सुविधा के अनुसार दोनों तरह के आरोप नहीं चल सकते हैं।
साथ ही उन्होंने कहा कि कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा है कि हमारे नेता को कोई नहीं समझा सकता है लेकिन। जब इनके नेता की बात होगी तो मुझे एक कहावत याद आती है, ‘ऐसी समझ कि समझे खुदा’। उन्हें तो शायद खुदा भी नहीं समझा सकता है। वैसे भी उन्होंने शानदार समझ पिछले कुछ समय में दिखायी है।

