मोदी सरकार पर अक्सर निशाना साधने वाले भाजपा राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने फिर से अपनी ही सरकार पर जुबानी हमला बोला है। उन्होंने आरोप लगाया कि हमारे यहां फैसले लेने वाले कई लोग अमेरिका और चीन से डरते हैं। न्यूज इंडिया 24×7 से बात करते हुए सुब्रमण्यम स्वामी ने हिजाब, रूस-यूक्रेन युद्ध पर भारत का रुख और कश्मीरी पंडितों की वापसी पर अपनी राय रखी।

एंकर ने स्वामी ने पूछा कि कश्मीरी पंडित कश्मीर तो जा सकते हैं लेकिन अभी उनके मन में डर है। इसपर सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि कश्मीरी पंडितों को लेकर सरकार को विदेशी प्रतिक्रिया का डर है। स्वामी ने कहा कि मैं तो समझता हूं हमारे यहां जो निर्णय लेने वाले हैं जो अमेरिका और चीन से डरते हैं।

उन्होंने कहा कि अभी अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने एस जयशंकर के सामने कहा कि भारत में मानवाधिकार छीना जा रहा है, इसको हम बड़े गौर से देख रहे हैं। अमेरिका की इस टिप्पणी पर हमारे विदेश मंत्री खामोश रहे। यह आत्मसम्मान नहीं है। रूस और यूक्रेन के मुद्दे पर भारत के रूख पर स्वामी ने कहा कि यूक्रेन एक लोकतांत्रिक देश है। वहां रूस घुसकर लोगों को मार रहा है। यह कैसे बर्दाशत के काबिल है। भारत इसपर कह रहा है हम बैलेंस बनाकर चल रहे है। जबकि उसकी हालत पंचतंत्र की कहानी के चमगादड़ की तरह है।

हिजाब के मुद्दे पर स्वामी ने कहा कि क्लासरूम में हिजाब पहनकर जाना, अनुशासनहीनता है। इसको कैसे बर्दाश्त कर सकते हैं। हिजाब यूनिफॉर्म का हिस्सा नही है। हमारी प्राथमिकता लड़िकयों को पढ़ाना तो है लेकिन स्कूल में सबको समान दिखना जरूरी है।

अजान और लाउडस्पीकर को लेकर छिड़े विवाद पर सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि, सुप्रीम कोर्ट के जजों ने भी कहा है कि अजान 5 बार होती है, सुबह भी होती है, लोगों को सोने में दिक्कत होती है। मेरा मानना है कि अगर यह सालभर में एक बार पटाखा जलाने की तरह हो तो चलता है लेकिन रोज 5 बार करना और वो भी सुबह 5 बजे, ठीक नहीं है।

मोदी सरकार को लेकर स्वामी ने कहा कि मोदी जो कहते हैं वही होता है। सरकार में और कोई दूसरा नहीं है। उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी में कई लोग ऐसे हैं जो राजनीति में एक करियर के रूप में आये हैं। कई ऐसे हैं जो अपनी गद्दी नहीं छोड़ना चाहते। मैं तो लगातार सरकार की गलत नीतियों का विरोध करता रहता हूं।