State Government vs Governor: दक्षिण भारत के तीन राज्यों में राज्यपाल और राज्य सरकार के बीच तनातनी सामने आई है। इनमें तमिलनाडु, केरल और तेलंगाना जैसे गैर-भाजपा शासित राज्य शामिल हैं। जहां केरल में राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान को विश्वविद्यालयों के चांसलर पद से हटाने की तैयारी चल रही है तो वहीं तेलंगाना में फोन टैपिंग और तमिलनाडु में राज्य सरकार ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को एक ज्ञापन सौंपकर गवर्नर रविन्द्र नारायण रवि को वापस बुलाने की मांग की है। समझिए मामला..
तमिलनाडु:
दरअसल तमिलनाडु के वित्त मंत्री पी त्याग राजन ने गुरुवार(10 नवंबर) को कहा कि जिन राज्यों में भाजपा की सरकार नहीं है, वहां की सरकारों के सामने राज्यपाल रुकावट डालने का काम कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि ऐसे में राज्यों में राज्यपाल तरह-तरह के तरीकों से बाधा खड़ी कर रहे हैं।
ऐसे में राज्य में डीएमके ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को एक ज्ञापन सौंपकर मांग की है कि राज्यपाल आरएन रवि को उनके पद से हटाया जाए। डीएमके का कहना है कि इस ज्ञापन पर पार्टी के लोकसभा और राज्यसभा सदस्यों की सहमति के अलावा धर्मनिरपेक्ष प्रगतिशील गठबंधन में उसके गठबंधन सहयोगियों ने भी समर्थन किया है। डीएमके का आरोप है कि विधानसभा में जो विधेयक पारित होते हैं, उन्हें मंजूरी देने में राज्यपाल बेवजह रूप से देरी करते हैं, और भी कई मुद्दे हैं, जिनमें राज्यपाल और राज्य सरकार आमने-सामने हैं।
केरल:
केरल में राज्य सरकार और राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान के बीच तल्खी और तेज बढ़ गई है। मालूम हो कि पिनराई विजयन सरकार राज्यपाल को विश्वविद्यालयों के चांसलर पद से हटाने के लिए अध्यादेश लाने की तैयारी में है। ऐसा ही कुछ मामला पश्चिम बंगाल में भी देखने को मिला था। दरअसल आरिफ मोहम्मद खान विश्वविद्यालयों में तैनात कुलपतियों की योग्यता को लेकर नाराज चल रहे हैं।
उनका कहना है कि कुलपतियों की नियुक्ति योग्यता के आधार पर नहीं, पार्टी की सिफारिश पर हुई है। राज्यपाल राजनीतिक पार्टियों का विश्विद्यालयों में दखल से नाराज थे। वहीं राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने 9 विश्वविद्यालय के कुलपतियों से इस्तीफा भी मांगा था। इसके बाद से ही राज्य सरकार और उनके बीच तल्खी देखी जा रही है।
तेलंगाना:
तेलंगाना में बीजेपी और सत्तारुढ़ टीआरएस के बीच आए दिन सियासी घमासान देखने को मिल रहा है। इन सबके बीच राज्यपाल को भी निशाने पर लिया जा रहा है। तेलंगाना की राज्यपाल तमिलिसाई सुंदरराजन ने बुधवार को संदेह जताया कि उनका फोन टैप किया जा रहा है।
सुंदरराजन ने कहा, ‘मुझे इस बात का संदेह है कि मेरा फोन टैप किया जा रहा है। राज्य में गवर्नर के सम्मान की स्थिति में लोकतांत्रिक स्थिति नहीं है। साफ है कि राजभवन और राज्य सरकार के बीच रिश्ते असहज चल रहे हैं। इसकी वजह से हाल में राज्यपाल ने मुख्यमंत्री पर उचित प्रोटोकॉल नहीं देने और उन्हें अपमानित करने का आरोप लगाया।