अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के निदेशक डॉ एम श्रीनिवास ने सोमवार को आउट पेशेंट विभाग (ओपीडी) के रजिस्ट्रेशन काउंटरों पर आउटसोर्स कर्मचारियों द्वारा ड्यूटी के दौरान मोबाइल फोन के उपयोग पर प्रतिबंध लगाने का आदेश जारी किया है। आदेश में कहा गया है कि शिफ्ट शुरू करने से पहले आउटसोर्स कर्मचारियों को अपने फोन सरेंडर करने होंगे।
एम्स डायरेक्टर द्वारा जारी किया गया आदेश 16 अक्टूबर से प्रभावी हो जायेगा। इस आदेश में कहा गया, “यह देखा गया है कि ओपीडी रजिस्ट्रेशन काउंटर पर काम करने वाले आउटसोर्स कर्मचारी अक्सर मोबाइल फोन का उपयोग करते हैं, जबकि मरीज कतार में इंतजार कर रहे होते हैं, जिससे सेवा वितरण में देरी होती है और मरीजों को असुविधा होती है।”
आदेश में कहा गया है कि संबंधित क्षेत्र के प्रभारी को अपनी ड्यूटी शुरू करने से पहले अपने मोबाइल फोन जमा करने के लिए आउटसोर्स कर्मचारियों के लिए एक सुरक्षित बॉक्स उपलब्ध कराना होगा। पत्र को संस्थान के चिकित्सा अधीक्षक, सभी केंद्रों के प्रमुख और राष्ट्रीय कैंसर संस्थान (एनसीआई), कंप्यूटर सुविधा विभाग के प्रभारी और एनसीआई झज्जर में अधीक्षक अभियंता को भेजा गया है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ मनसुख मंडाविया और डॉ श्रीनिवास ने सोमवार की रात कार्तव्य पथ पर साइकिल रैली का नेतृत्व करते हुए tuberculosis से पीड़ित रोगियों और परिवारों को गोद लेने और इसके बारे में जागरूकता फैलाने का संकल्प लिया है। एम्स के छात्रों का एक समूह भी रैली में शामिल हुआ।
वहीं स्वास्थ्य मंत्री डॉ मनसुख मंडाविया ने ट्वीट करते हुए बताया, “टीबी उन्मूलन और गैर-संचारी रोगों पर जन जागरूकता बढ़ाने के लिए एम्स दिल्ली के मेहनती और प्रतिभाशाली छात्रों के साथ कार्तव्य पथ पर साइकिल चलाई। पीएम नरेंद्र मोदी जी के लक्ष्य के अनुरूप हम 2025 तक भारत को टीबी मुक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
वहीं अब दिल्ली के एम्स में स्थित कैंसर डिपार्टमेंट ने मरीजों को बेहतर सुविधा देने के लिए ओपीडी रजिस्ट्रेशन की टाइमिंग बदल दी है। दिल्ली एम्स के कैंसर विभाग में मरीजों का पर्चा अब सुबह 8 बजे से लेकर दोपहर एक बजे तक बनेगा। यह सोमवार से शनिवार तक बनेगा। वहीं मरीजों को कैंसर विभाग में शाम 5 बजे तक देखा भी जाएगा।