ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी के बीच तल्खियां जगजाहिर हैं। पश्चिम बंगाल में दोनों पार्टियों के कार्यकर्ताओं के बीच खूनी संघर्ष की खबरें आती रहती हैं। लाख तल्खियों के बावजूद  दोनों पार्टियां एक मुद्दे पर साथ आती नजर आ रही हैं। दरअसल,  केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने सोमवार को राज्यसभा में जम्मू-कश्मीर में राष्ट्रपति शासन की अवधि छह महीने के लिए बढ़ाने से संबंधित बिल पेश किया। यह बिल लोकसभा में पहले ही पारित हो चुका है।

इसके अलावा उन्होंने  जम्मू-कश्मीर आरक्षण (संशोधन) बिल 2019 (Jammu and Kashmir Reservation Amendment Bill, 2019) भी पेश किया। इन दोनों बिल पर समाजवादी पार्टी के नेता रामगोपाल यादव ने कहा कि उनकी पार्टी दोनों बिल का समर्थन करेगी। इसके अलावा संसद में इस बिल को लेकर तृणमूल कांग्रेस और बीजू जनता दल ने भी समर्थन का एलान किया है।

गौरतलब है कि कश्मीर में दो जुलाई को राष्ट्रपति शासन की अवधि खत्म हो रही है। इस दौरान लोकसभा में अमित शाह ने अपने संबोधन में कहा कि हमारे पर दूसरा विकल्प नहीं है, विशिष्ट परिस्थिति के कारण राष्ट्रपति शासन का समय बढ़ाना पड़ रहा है। । बता दें कि जून  2018 में बीजेपी और पीडीपी का गठबंधन टूटने के बाद  वहां राष्ट्रपति शासन लगाया गया था।