बुधवार को पंजाब के फिरोजपुर में प्रधानमंत्री मोदी का काफिला रोके जाने के बाद राजनीतिक माहौल गर्म हो गया है। भाजपा नेताओं ने इसे पंजाब की कांग्रेस सरकार की साजिश बताया है। हालांकि कांग्रेस नेता भी पंजाब सरकार के बचाव में आ गए हैं। इसी बीच कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को नसीहत देते हुए कहा है कि प्रधानमंत्री पूरे देश के हैं और उनकी सुरक्षा सबसे पहले है।

इंडिया टुडे न्यूज चैनल से बातचीत के दौरान जब पत्रकार ने पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी से सवाल पूछा कि क्या इस मामले को लेकर आलाकमान ने आपसे बातचीत की है और सोनिया गांधी ने आपको क्या कहा है। इसके जवाब में सीएम चन्नी ने कहा कि उन्होंने मुझसे कहा कि प्रधानमंत्री पूरे देश के होते हैं, उनकी सुरक्षा का पूरा ध्यान रखना चाहिए। कोई भी गलती हुई है तो सजा मिलनी चाहिए।

इसके अलावा पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह द्वारा पंजाब सरकार को बर्खास्त किए जाने की मांग को लेकर सीएम चन्नी ने कहा कि कैप्टन साहब को हटा दिया गया तो वो चाहते हैं कि इन्हें भी हटा दिया जाए। सरकार लोकतांत्रिक तरीके से चुनी गई है तो अलोकतांत्रिक तरीके से कैसे हटाया जा सकता है। एक बात का बतंगड़ बनाकर आप इसे क्यों खराब कर रहे हो? आपकी रैली में लोग नहीं आए तो इसमें किसी की क्या गलती है?

इसी बीच 27 पूर्व पुलिस अधिकारियों ने राष्ट्रपति को पत्र लिखकर प्रधानमंत्री मोदी की सुरक्षा में हुई चूक की जांच करने की मांग की है। 27 पूर्व पुलिस अधिकारियों ने राष्ट्रपति को पत्र लिखकर कहा कि प्रधानमंत्री की यात्रा के दौरान पंजाब में तथाकथित प्रदर्शनकारियों के साथ पंजाब सरकार द्वारा जानबूझकर और योजनाबद्ध तरीके से सुरक्षा चूक की गई जिसकी तत्काल जांच होनी चाहिए और कार्रवाई करनी चाहिए।

गौरतलब है कि बुधवार को पंजाब के दौरे पर गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में उस वक्त चूक हुई जब फिरोजपुर में कुछ प्रदर्शनकारियों ने उस सड़क मार्ग को अवरुद्ध कर दिया जहां से उन्हें गुजरना था। इस वजह से प्रधानमंत्री एक फ्लाईओवर पर करीब 20 मिनट तक फंसे रहे। घटना के बाद प्रधानमंत्री किसी कार्यक्रम में शामिल हुए बिना दिल्ली लौट आए। 

हालांकि पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा कि प्रधानमंत्री की सुरक्षा में कोई चूक नहीं हुई और इसके पीछे कोई राजनीतिक मंशा नहीं थी। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि उनकी सरकार किसी भी जांच को तैयार है। पंजाब सरकार ने प्रधानमंत्री मोदी के फिरोजपुर दौरे के दौरान सुरक्षा में हुई चूक की जांच के लिए दो सदस्यीय उच्च स्तरीय समिति का गठन किया है। कमेटी तीन दिन में अपनी रिपोर्ट देगी।