Australia Envoy Barry O Farrell: भारत में ऑस्ट्रेलिया के उच्चायुक्त बैरी ओ’फेरेल ने सोमवार ( 6 मार्च, 2023) को कहा कि भारतीय संप्रभुता के लिए ऑस्ट्रेलिया का सम्मान अटूट है। उन्होंने कहा कि तथाकथित खालिस्तान रेफरेंडम कॉल का आस्ट्रेलिया में कोई कानूनी आधार नहीं है।ऑस्ट्रेलियाई उच्चायुक्त ने कहा कि खालिस्तान जनमत संग्रह का ऑस्ट्रेलिया में कोई कानूनी आधार पर नहीं है, क्योंकि उनके देश में भारत की संप्रभुता के लिए अटूट सम्मान है।
भारत में ऑस्ट्रेलियाई उच्चायुक्त ने आगे कहा कि मंदिरों को निशाना बनाए जाने से सबसे ज्यादा हैरान हूं। उन्होंने कहा जिन लोगों ने इस तरह के कृत्य को अंजाम दिया है। पुलिस ऐसे लोगों से सख्ती से कार्रवाई कर रही है। संदिग्ध खालिस्तान समर्थकों द्वारा ऑस्ट्रेलिया में मंदिरों में तोड़फोड़ किए जाने के बाद अलगाववादी संगठन की गतिविधियों में तेजी आने की आशंका है। 21 फरवरी की रात ब्रिस्बेन में संदिग्ध खालिस्तान समर्थकों द्वारा कथित रूप से भारतीय वाणिज्य दूतावास में तोड़फोड़ करने के बाद चिंताएं और बढ़ गईं। जबकि ऑस्ट्रेलिया में रह रहे भारतीयों पर भी कई हमले हुए हैं। यह पहली बार सामने आया है कि भारत सरकार से संबंधित संस्थान पर हमला हुआ है।
द ऑस्ट्रेलिया टुडे के संपादक जे भारद्वाज ने एएनआई को बताया कि ब्रिस्बेन में भारतीय वाणिज्य दूतावास पर हमला (संदिग्ध खालिस्तान समर्थकों द्वारा) भारत सरकार पर सीधा हमला है। ब्रिस्बेन में भारत की मानद कौंसल अर्चना सिंह ने कहा कि जब वह 22 फरवरी को काम के लिए पहुंचीं तो उन्होंने कार्यालय से जुड़ा एक खालिस्तान झंडा पाया। उन्होंने कहा कि उन्होंने तुरंत क्वींसलैंड पुलिस को सूचित किया, जिसने झंडे को जब्त कर लिया और यह सुनिश्चित किया कि भारतीय वाणिज्य दूतावास किसी तत्काल खतरे के तहत नहीं।
महाशिवरात्रि के दिन दो हिंदू मंदिरों में हुई थी तोड़फोड़
ऑस्ट्रेलिया टुडे ने पहले रिपोर्ट किया था कि विदेश मंत्री एस जयशंकर और उनके उप मंत्री वी मुरलीधरन की फरवरी में सिडनी और मेलबर्न की यात्रा ने अमेरिका और कनाडा में स्थित खालिस्तानियों को परेशान कर दिया था। हालांकि, उसी दिन संदिग्ध खालिस्तान समर्थकों ने कथित तौर पर महाशिवरात्रि के दौरान दो हिंदू मंदिरों में तोड़फोड़ की थी।
ऑस्ट्रेलिया टुडे ने रिपोर्ट किया था कि ऑस्ट्रेलियाई सुरक्षा एजेंसियों और संबंधित राज्य पुलिस अधिकारियों की कथित निष्क्रियता से उत्साहित खालिस्तान समर्थकों ने सिडनी मुरुगन मंदिर के निदेशक, ए. पूपलासिंगम और शैक्षिक गतिविधियों के निदेशक, टी. सिन्नाराजा को फोन कॉल पर गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी थी।
मंदिर पर खालिस्तानी झंडा फहराने की दी थी धमकी
जनवरी में ऑस्ट्रेलिया टुडे ने तीन दिवसीय “थाई पोंगल” उत्सव के अवसर पर खालिस्तान समर्थकों द्वारा मेलबर्न के कैरम डाउन्स उपनगर में ऐतिहासिक श्री शिव विष्णु मंदिर की बर्बरता की सूचना दी। संदिग्ध खालिस्तान समर्थकों द्वारा एक वीडियो प्रसारित किया गया था, जिसमें उन्हें 18 फरवरी की सुबह श्री शिव विष्णु मंदिर के स्वयंसेवकों को धमकी देते हुए सुना गया था। द ऑस्ट्रेलिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, खालिस्तान समर्थक ने अपने पक्ष में नारे नहीं लगाने पर मंदिर को गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी गई थी। उन्होंने कहा था कि यदि वो ऐसा नहीं करते तो वो मंदिर पर खालिस्तान का झंडा फहरा देंगे।
द ऑस्ट्रेलिया टुडे ने हिंदू काउंसिल ऑफ ऑस्ट्रेलिया के विक्टोरिया चैप्टर के अध्यक्ष मकरंद भागवत के हवाले से कहा, “मैं आपको बता नहीं सकता कि हिंदू मंदिरों को खालिस्तान से कितना खतरा है। इसको देखकर मैं कितना परेशान हूं। द ऑस्ट्रेलिया टुडे को दिए एक बयान में, कैनबरा में भारतीय उच्चायोग ने कहा, कि भारतीय उच्चायोग ने आवश्यक कार्रवाई के लिए ऑस्ट्रेलियाई अधिकारियों के साथ इस मुद्दे को उठाया है।
इस बीच भारत में ऑस्ट्रेलियाई उच्चायुक्त ने आगे बताया कि होली समारोह में हिस्सा लेने के लिए प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज बुधवार शाम अहमदाबाद पहुंचेंगे। राजदूत ने बताया कि पीएम मोदी और उनके ऑस्ट्रेलियाई समकक्ष अहमदाबाद में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का अंतिम टेस्ट मैच देखेंगे।