इंदौर से भाजपा विधायक आकाश विजयवर्गीय की निगम अधिकारियों संग मारपीट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सख्त प्रतिक्रिया दी है। पीएम ने मंगलवार (2 जुलाई, 2019) को कहा कि आकाश को उनके समर्थकों के साथ पार्टी से बाहर कर दिया जाना चाहिए। मोदी ने भाजपा की साप्ताहिक संसदीय दल की बैठक में इस मुद्दे को उठाया। हालांकि आकाश पर सख्त प्रतिक्रिया के बाद भी उनके खिलाफ पार्टी स्तर पर कोई कार्रवाई देखने को नहीं मिली है। इंदौर से विधायक आकाश भाजपा के दिग्गज नेता कैलाश विजयवर्गीय के बेटे हैं, जिन्हें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का करीबी माना जाता है।

खास बात है कि ऐसा पहली बार नहीं है जब मोदी ने भाजपा के किसी नेता के खिलाफ सख्त टिप्पणी की हो और उसके खिलाफ पार्टी स्तर पर कार्रवाई नहीं की गई। लोकसभा चुनाव के दौरान भी ऐसा दूसरा उदाहरण देखने को मिला जब मोदी ने भोपाल से भाजपा उम्मीदवार प्रज्ञा सिंह ठाकुर की महात्मा गांधी पर की गई टिप्पणी पर भी सख्त एतराज जताया था। मोदी ने कहा था कि वह महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को ‘देशभक्त’ कहने के लिए प्रज्ञा सिंह को माफ नहीं कर पाएंगे। तब तत्कालीन पार्टी प्रमुख अमित शाह ने प्रज्ञा ठाकुर के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का वादा किया था। प्रज्ञा अब सांसद हैं और अभी तक उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई।

बता दें कि निगम अधिकारी को बैट से पीटने की घटना पर भाजपा सांसद राजीव प्रताप रूडी ने बताया, ‘पीएम मोदी ने पार्टी सदस्यों को साफ संदेश दिए हैं कि पार्टी के नाम को नीचे लाने वाले किसी का भी दुर्व्यवहार अस्वीकार्य है।’ रूडी के मुताबिक आकाश के व्यवहार पर टिप्पणी करते हुए पीएम मोदी ने आगे कहा, ‘ऐसा व्यवहार अस्वीकार्य है। फिर चाहे वो किसी का बेटा हो या सांसद हो। अहंकार नहीं होना चाहिए। ठीक से व्यवहार करना चाहिए और ऐसे लोग पार्टी में नहीं होने चाहिए।’ मगर पार्टी में किसी ने भी मोदी के कड़े शब्दों के बावजूद आकाश के खिलाफ कार्रवाई के बारे में सार्वजनिक रूप से बात नहीं की है।