राज्‍यसभा में हैदराबाद यूनिवर्सिटी के छात्र रोहित वेमुला की आत्‍महत्‍या को लेकर जमकर हंगामा हुआ। बसपा सुप्रीमो मायावती ने केन्‍द्र सरकार पर दलित छात्रों की आवाज को दबाने का आरोप लगाया। इसी बीच उनकी पार्टी के सांसदों ने सदन की वैल में जाकर नारेबाजी की। केंद्रीय मंत्री स्‍मृति ईरानी ने मायावती के आरोपों पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए बहस की चुनौती दी। नारेबाजी और हंगामे के चलते राज्‍यसभा की कार्रवाई दोपहर साढ़े 12 बजे तक तीन बार स्‍थगित करनी पड़ी। हालांकि बाद में भी ऐसी ही स्थिति रही।

इससे पहले मायावती ने रोहित वेमुला की आत्‍महत्‍या का मामला उठाते हुए मामले की जांच कमिटी में दलितों को शामिल करने की मांग की। उन्‍होंने आरोप लगाया कि मोदी सरकार रोहित वेमुला के दोषियों को सजा देने के पर्याप्‍त कार्रवाई नहीं कर रही है। मायावती ने कहा कि दलित छात्रों पर आरएसएस अपनी विचारधारा थोपने की कोशिश कर रहा है। सरकार मामले को दबाना चाहती है। उन्‍होंने केंद्रीय मंत्री बंडारु दत्‍तात्रेय और स्‍मृति ईरानी का इस्‍तीफा भी मांगा। मायावती ने साथ ही कहा कि जब तक जेएनयू और रोहित वेमुला मामले में अलग-अलग बहस को सरकार राजी नहीं होती तब तक हंगामा होता रहेगा।

Read Also: JNU विवाद पर बोले राहुल- मोदी सरकार मुझे बोलने नहीं देगी क्योंकि वे डरते हैं

इस पर स्‍मृति र्इरानी ने सभापति से इस मामले में तुरंत बहस कराने की मांग की। उन्‍होंने कहा,’एक बच्‍चे को राजनीतिक हथियार के रूप में किसने इस्‍तेमाल किया। रोहित वेमुला को यूनिवर्सिटी से निकाले जाने की सिफारिश करने वाली कमिटी में दलित प्रोफेसर भी शामिल था। आप इस बात को नजरअंदाज क्‍यों कर रहीं हैं।’ उन्‍होंने इस मामले में बहस कराने की मांग करते हुए ‘कहा, ‘अगर मायावतीजी मेरे जवाब से संतुष्‍ट नहीं होंगी तो मैं अपना सिर काटकर आपके चरणों में रख दूंगी। ईरानी और मायावती के बीच इसके बाद थोड़ी देर तक तीखी बहस हुई। इसी बीच बसपा सांसदों ने नारेबाजी जारी रखी जिसके चलते राज्‍यसभा को स्‍थगित करना पड़ा। संसदीय कार्य राज्‍य मंत्री मुख्‍तार अब्‍बास नकवी ने कहा कि सरकार टुकड़ों में जवाब नहीं देना चाहती। वह बहस के लिए तैयार है।