सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के सीईओ और मालिक अदार पूनावाला ने कहा है कि वह टीके के लिए उचित मूल्य बनाए रखने की कोशिश कर रहे हैं। यह लागत मूल्य 200 रुपए से थोड़ा अधिक हो सकता है। कहा कि राष्ट्र और भारत सरकार का समर्थन करते हुए पहले 1.10 करोड़ खुराक में कोई लाभ नहीं लेना चाहते हैं।

केंद्र सरकार के मुताबिक सभी टीके की खुराक सीरम इंस्टीट्यूट से 1.10 करोड़ और भारत बायोटेक से 55 लाख, सभी राज्यों / केंद्र शासित प्रदेशों में 14 जनवरी तक पहुंचेगी।

अदार पूनावाला ने कहा कि भारत सरकार के अनुरोध पर पहले 1.10 करोड़ खुराक की विशेष कीमत 200 रुपए रखी गई है। कहा कि हम आम जनता, कमजोर, गरीब, स्वास्थ्य सेवा श्रमिकों की मदद करना चाहते हैं। इसके बाद हम इसे प्राइवेट मार्केट में 1000 रुपये में बेचेंगे।

उन्होंने बताया कि कई देशों ने भारत सरकार और पीएमओ को सीरम इंस्टीट्यूट से उनके देशों को आपूर्ति होने वाले टीकों के लिए लिखा है। हम सभी को खुश रखने की कोशिश कर रहे हैं। हमें अपनी जनसंख्या और राष्ट्र का भी ध्यान रखना होगा।

पूनावाला ने बताया कि हम अफ्रीका, दक्षिण अमेरिका को वैक्सीन की आपूर्ति करने की कोशिश कर रहे हैं। हम हर जगह थोड़ा बहुत आपूर्ति करने का प्रयास करेंगे।

इस बीच दिल्ली के केंद्रीय भंडारण केंद्र राजीव गांधी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल (आरजीएसएसएच) में मंगलवार दोपहर को कोविशील्ड टीके की पहली खेप पहुंच गई।

टीके की इस खेप को लेकर सुबह करीब दस बजे स्पाइसजेट की उड़ान दिल्ली हवाई अड्डे पर उतरी। उसके बाद दिल्ली पुलिस ने दिल्ली सरकार के सबसे बड़े कोविड-19 अस्पताल तक उसे सुरक्षित ढंग से पहुंचाने में सहयोग के लिए ‘ग्रीन कोरिडोर’ (निर्बाध मार्ग) कायम किया। चार दिन बाद देशभर में कोरोना वायरस के विरुद्ध टीकाकरण अभियान शुरू होने वाला है।

सूत्रों ने कहा, “टीके को लेकर ट्रक करीब तीन बजकर 10 मिनट पर अस्पताल पहुंचा।” आरजीएसएसएच में टीके के भंडारण के लिए समुचित व्यवस्था की गई है। पुलिस उपायुक्त (इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा) राजीव रंजन ने बताया कि भंडार स्थल पर पर्याप्त सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं और पुलिस नियंत्रण कक्ष की गाड़ियां अपनी गश्त योजना के तहत उसके आसपास भी चक्कर लगाएंगी।