बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एनडीए में शामिल हो गए हैं। रविवार को उन्होंने 9वीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। इसके बाद नीतीश कुमार विपक्षी दलों के निशाने पर हैं। शिवसेना (UBT) के सांसद संजय राउत ने नीतीश कुमार पर निशाना साधा है। संजय राउत ने कहा कि नीतीश को इस बात का एहसास नहीं है, उन्होंने किस पार्टी का साथ दिया है।
संजय राउत ने भारतीय जनता पार्टी के नेताओं पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, “न केवल नीतीश कुमार, बल्कि मंत्री अमित शाह और पीएम मोदी को भी यह बीमारी हो गई है। ये वही नेता हैं जो कहते थे कि वे नीतीश को नहीं लेंगे।”
शिवसेना (यूबीटी) के मुखपत्र सामना ने अपने संपादकीय में एनडीए में लौटने के लिए बिहार के सीएम नीतीश कुमार की आलोचना की। सामना के संपादकीय में कहा गया कि भाजपा के समर्थन से बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने वाले नीतीश कुमार ही वह व्यक्ति थे जिन्होंने सभी भारतीय जनता पार्टी विरोधी ताकतों को एक साथ लाने की पहल की और आह्वान किया।
इंडिया गठबंधन की पहली बैठक पिछले साल जून में पटना में बुलाई गई थी और दूसरी बैठक एक महीने बाद बेंगलुरु में आयोजित की गई थी। यहां इस गठबंधन का नाम इंडिया रखा गया था। शिवसेना (यूबीटी) के मुखपत्र में 18 महीने से भी कम समय में नीतीश कुमार के फिर से पाला बदलने का जिक्र करते हुए कहा गया है कि जहां अयोध्या में ‘राम’ हैं, वहीं बिहार में ‘पलटूराम’ हैं।
इंडिया गठबंधन की पहली बैठक पिछले साल जून में पटना में बुलाई गई थी और दूसरी बैठक एक महीने बाद बेंगलुरु में आयोजित की गई थी। यहां इस गठबंधन का नाम इंडिया रखा गया था। शिवसेना (यूबीटी) के मुखपत्र में 18 महीने से भी कम समय में नीतीश कुमार के फिर से पाला बदलने का जिक्र करते हुए कहा गया है कि जहां अयोध्या में ‘राम’ हैं, वहीं बिहार में ‘पलटूराम’ हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी नीतीश कुमार को शपथ लेने पर बधाई दी है। पीएम मोदी ने कहा कि ये टीम समर्पण भाव से राज्य की सेवा करेगी।