Shivsena Dussehra Rally: महाराष्ट्र में इस साल का दशहरा काफी खास रहा है क्योंकि किसी भी दिन राज्य में विधानसभा चुनाव का ऐलान किया जा सकता है। ऐसे में आज दशहरा के मौके पर शिवसेना की होने वाली परंपरागत रैली में सीएम एकनाथ शिंदे के गुट और पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे की शिवसेना (UBT) दोनों ने ही अपनी ताकत दिखाई है। एक तरफ जहां आजाद मैदान से सीएम एकनाथ शिंदे ने हुंकार भरी तो दूसरी ओर शिवाजी पार्क से उद्धव ठाकरे ने अपनी सियासी ताकत दिखाई है।

दरअसल, आजाद मैदान में दशहरा रैली के दौरान सीएम एकनाथ शिंदे ने कहा कि हमने शिवसेना को आजाद कर दिया है। उन्होंने कहा कि पहले सभी को लगा था कि शिंदे सरकार कुछ दिनों में गिर जाएगी लेकिन सरकार ने दो साल पूरे किए है। सीएम शिंदे ने बड़ा दावा करते हुए कहा कि अगर महाराष्ट्र की महाविकास अघाड़ी सरकार ने नहीं गिराई गई होती, तो महाराष्ट्र बहुत ही पीछे चला जाता।

शिंदे बोले – बाबू करते थे Facebook Live

अपने भाषण में महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे ने कहा कि हमारी सरकार ने धारावी परियोजना शुरू की और मैं धारावी के लोगों को बताना चाहता हूं कि विपक्ष चाहे कुछ भी कहे, हमारी सरकार आपको अच्छे घर देने जा रही है। पहले बाबू (उद्धव ठाकरे) उठते थे, नहाते थे और फेसबुक पर लाइव हो जाते थे।

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एकनाथ शिंदे ने बड़ा हमला बोलते हुए कहा है कि लोगों को बाबू का नेतृत्व कभी पसंद नहीं आया था, इसीलिए लोगों ने उनकी सरकार गिरा दी। महाराष्ट्र में महायुति की सरकार बनने जा रही है। मैं मराठी को शास्त्रीय भाषा का दर्जा देने के लिए प्रधानमंत्री को धन्यवाद देता हूं।

एकनाथ शिंदे ने खुद का बताया कट्टर शिवसैनिक

सीएम एकनाथ शिंदे ने कहा कि आपने शिव सेना का भगवा रंग बदलने की कोशिश की, आपके अपने ही खेमे बदल गए। बाला साहेब के सारे सपने अगर किसी ने पूरे किये तो प्रधानमंत्री मोदी ने किए। मैं भगोड़ा नही हूं, कट्टर शिवसैनिक हूं,कट्टर शिवसैनिक मैदान नहीं छोड़ता। मुख्यमंत्री शिंदे ने आगे कहा कि हम प्रोजेक्ट लाने के लिए दिल्ली जा जाते हैं, मैं आपकी तरह मुख्यमंत्री बनने के लिए कहने नही जाता।

एकनाथ शिंदे ने कहा कि प्रधानमंत्री ने मराठी को शास्त्रीय भाषा का दर्जा दिया। उस दिन आशाताई ने सरकार की गरीबों की मदद की योजना की सराहना भी की। यह किसकी शिवसेना ने तय किया है, लोकसभा में हम 13 सीटों पर आमने-सामने लड़ रहे हैं, 7 सीटों पर हमारी जीत हुई है।

उद्धव ठाकरे ने अपनी पार्टी को बताया असली शिवसेना

दूसरी ओर मुंबई के शिवाजी पार्क में शिवसेना यूबीटी के नेता और पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे ने खुद को असली शिवसेना बताया है। उन्होंने कहा कि मैं इस दिल्ली शासन और भ्रष्ट सरकार के खिलाफ लड़ने के लिए तैयार हूं। स्वर्गीय रतन टाटा एक बार मेरे घर आए थे और ‘मातोश्री’ से लौटने के बाद उन्होंने मुझसे कहा था कि उद्धव तुम्हारे और मेरे पीछे एक विरासत और परम्परा है जिसे हमें आगे ले जाना है।

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उद्धव ठाकरे ने कहा कि रतन टाटा के पास उनके पिता की विरासत है और मेरे पास मेरे पिता बालासाहेब ठाकरे की विरासत है. हम असली शिवसेना हैं और बालासाहेब ठाकरे का नाम मेरे साथ है। उद्धव ठाकरे ने कहा है कि महायुति सरकार ने सिर्फ वोट के लिए छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति बनवाई और वह मूर्ति गिर गई, लेकिन मैं आपको बताना चाहता हूं और आपसे वादा करता हूं कि जब हम सत्ता में आएंगे, तो महाराष्ट्र के हर जिले में छत्रपति शिवाजी महाराज का मंदिर बनवाएंगे। छत्रपति शिवाजी महाराज उनके लिए वोट बैंक हैं, लेकिन हमारे लिए वे भगवान हैं।

वहीं महाराष्ट्र की पूर्व सरकार में मंत्री और शिवसेना यूबीटी नेता आदित्य ठाकरे ने कहा है कि असली शिवसेना यहां है। मुझे गर्व है कि इस पार्टी का नाम मेरे पिता उद्धव और मेरे दादा बालासाहेब ठाकरे के नाम पर रखा गया है। वे (महायुति सरकार) सरकार में केवल भ्रष्टाचार करते हैं, आप सभी को इसे रोकना होगा और हमें वोट देना होगा और उन्हें महाराष्ट्र की ताकत दिखानी होगी।