शिवसेना (यूबीटी) के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने बुधवार को एनसीपी नेता महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार की उनकी योग्यता और क्षमता के लिए प्रशंसा की। इससे पहले हाल ही में उद्धव ठाकरे अजीत पवार से शिष्टाचार मुलाकात की थी। उद्धव ठाकरे ने अपनी पार्टी के मुखपत्र सामना के कार्यकारी संपादक और राज्यसभा सांसद संजय राउत को दिए एक इंटरव्यू में यह बात कही।

पार्टी के मुखपत्र सामना को दिए इंटरव्यू में ठाकरे ने पवार की क्षमता को सराहा

अजीत पवार उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महाविकास अघाड़ी सरकार में वित्त मंत्री रह चुके हैं। इंटरव्यू का पहला हिस्सा बुधवार को सामना में प्रकाशित हुआ, साथ ही पार्टी की सोशल मीडिया चैनल पर ऑन एयर किया गया। उद्धव ने कहा, “अजीत पवार हमारे साथ ढाई साल थे। इस दौरान उन्होंने उप मुख्यमंत्री और वित्तमंत्री की जिम्मेदारी संभाली। अजीत पवार एक ऐसे शख्स हैं, जो प्रॉपर फ्रेमवर्क में काम करते हैं। वह प्रशासन को व्यवस्थित करते हैं और वित्त विभाग को अच्छे तरीके से चलाते हैं।”

उद्धव ने यह भी कहा, “इस सरकार में उपमुख्यमंत्री बनने पर मैंने उनसे मुलाकात की और यह जानने की कोशिश की भाजपा की तमाम बेईमानी के बीच क्या वे कुछ अच्छा कर सकते हैं।” उद्धव महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार से पिछले हफ्ते अपनी मुलाकात का जिक्र कर रहे थे। उन्होंने बताया कि पवार से उन्होंने कहा कि अपनी शक्तियों का उपयोग करते वक्त “न तो राज्य को भूलें और न ही राज्य के लोगों को भूलें।”

एकनाथ शिंदे सरकार में उपमुख्यमंत्री बनने से पहले अजीत पवार ने अपनी पार्टी एनसीपी में नया गुट बनाकर अलग हो गये थे। एनसीपी के टूटने के बाद उद्धव ठाकरे से अजीत पवार की यह पहली मुलाकात है। शिवसेना (यूबीटी) के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी निशाने पर लिया और कहा कि उन्होंने महाराष्ट्र में भाजपा-शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार में अजीत पवार के शामिल होने से कुछ दिन पहले उनके खिलाफ कई करोड़ रुपये के सिंचाई घोटाले का आरोप लगाया था। उद्धव ने कहा, “लेकिन अब अजीत को राज्य के खजाने (वित्त विभाग) की चाभी दे दी गई है।”

इस महीने की शुरुआत में अजीत पवार पार्टी के आठ अन्य विधायकों के साथ शिंदे सरकार में शामिल हो गये थे। यानी उन्होंने साफ तौर पर अपने चाचा शरद पवार की स्थापित पार्टी को तोड़ दिया था।