भाजपा ने भले ही पांच राज्‍यों के विधानसभा चुनावों में शानदार प्रदर्शन किया हो लेकिन उसके सबसे पुराने सहयोगी शिवसेना को इस बात की कोई खुशी नहीं है। पार्टी का कहना है कि मोदी का जादू नहीं चला। शिवसेना के मुखपत्र ‘सामना’ में लिखा है, ”मोदी का जादू नहीं चला। दुर्भाग्‍यजनक है किे भाजपा को इन राज्‍यों में बड़ी सफलता नहीं मिली। भाजपा ने असम में कांग्रेस को हराया लेकिन जयललिता, ममता बनर्जी और लेफ्ट को नहीं हरा पाई। हमें यह सच स्‍वीकारना होगा कि भाजपा क्षेत्रीय पार्टियों को नहीं हरा सकती।”

हालांकि शिवसेना ने कहा कि बिहार हार का कांटा जो भाजपा में अंदर तक चुभा हुआ था वह अब निकल गया। लेकिन दो राज्‍यों में खाता खोलने भर से कुछ नहीं होगा। ‘सामना’ में लिखा है, ”भ्रष्‍टाचार, आतंकवाद और गुंडागर्दी बढ़ गई इसलिए ममता मुक्‍त बंगाल की जरूरत थी। लेकिन बंगालियों ने जीत का रसगुल्‍ला ममता को दिया। यदि बंगाल में खाता खोलना ही लक्ष्‍य था तो पीएम, अमित शाह और आला नेताओं को प्रचार की जरूरत नहीं थी। केरल में खाता खोलना ही भाजपा के लिए अच्‍छे दिन हैं।”

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गौरतलब है कि भाजपा ने असम में कांग्रेस को हराकर पहली बार सत्‍ता में जगह बनाइ है। वहीं पश्चिम बंगाल और केरल में उसने पहली बार खाता खोला है। कांग्रेस को असम और केरल की सत्‍ता गंवानी पड़ी। पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी और तमिलनाडु में जयललिता ने वापसी की है।

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