महाराष्ट्र चुनाव में टिकट बंटवारे और फिर शिवसेना को समर्थन के फैसले पर कांग्रेस से नाराज चल रहे मुंबई के सीनियर कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने भी नए घटनाक्रम पर बयान दिया है। उन्होंने कहा, ‘लोग सोच रहे होंगे कि मैं आज के घटनाक्रम (अजीत पवार के समर्थन से बीजेपी की सरकार बनने) से खुश रहूंगा, लेकिन मैं वास्तव में बहुत दुखी हूं। इसमें कांग्रेस को अनावश्यक रूप से बदनाम किया गया।’

‘लीलावती जाकर जांच कराएं संजय राउत’: अजीत पवार को बीजेपी की तरफ से धमकी दिए जाने के संजय राउत के बयान पर भड़के संजय निरुपम ने कहा, ‘राउत को लीलावती अस्पताल में भर्ती होना चाहिए और जांच करवानी चाहिए कि उनके सभी अंग ठीक से काम कर रहे हैं।’ बता दें कि संजय राउत अब भी दावा कर रहे हैं कि अजीत पवार भी वापस आएंगे और सरकार शिवसेना ही बनाएगी।

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‘पवार इज पॉइजन’: संजय निरुपम ने कहा, ‘राहुल गांधी जी ने एक बार कहा था कि सत्ता जहर है (Power is Poison) और पवार (शरद) भी जहर हैं। शिवसेना की विचारधारा हिंदुत्व की है, क्या उनसे हाथ मिलाकर कांग्रेस हिंदुत्व को समर्थन देने जा रही थी? मैंने कहा था कि शिवसेना से हाथ मिलाकर कांग्रेस की हर मायने में हार होगी।’

‘कांग्रेस वर्किंग कमेटी भंग करने की मांग’: निरुपम ने कहा, ‘शिवसेना के साथ गठबंधन की सोच एक गलती थी। मैं सोनिया जी से अपील करता हूं कि वे पहले कांग्रेस वर्किंग कमेटी को भंग करें। राहुल गांधी को वापस आना चाहिए।’ महाराष्ट्र चुनाव में कांग्रेस को 44 विधायक मिले थे, लेकिन शिवसेना को समर्थन पर सभी विधायकों के तैयार नहीं होने की खबर सामने आई थी। कांग्रेस की तरफ से स्थिति स्पष्ट नहीं होने के चलते पवार भी इंतजार कर रहे थे। तीनों दलों का फैसला एक-एक दिन करके आगे खिसकता गया, इसी बीच उलटफेर हुआ और शिवसेना के बजाय बीजेपी ने मुख्यमंत्री पद अपने पाले में कर लिया।