अगले साल होने जा रहे लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दलों  ने अपनी ताकत दिखाना शुरू कर दिया है। भाजपा फिलहाल छोटे दलों को साधने में लगी है। भाजपा के इस प्रयास का पहला उदाहरण ओम प्रकाश राजभर की पार्टी सुभासपा का  NDA में शामिल होना है।  ओम प्रकाश राजभर के इस स्टेप पर शिवसेना के मुखपत्र सामना में तीखी प्रतिक्रिया सामने आई है। सामना में लिखा गया है कि भाजपा बदमाशों का अड्डा है और ओम प्रकाश राजभर ने उसमें शामिल हो गए हैं। 

सामना में और क्या लिखा गया है? 

‘सामना’ शिवसेना का मुखपत्र है और राजनीतिक प्रतिक्रियाओं के लिए जाना जाता है। इन दिनों सामना में लगातार भाजपा सरकार की नीतियों और महाराष्ट्र के सियासी संकट पर लिखा जाता रहा है। 

उत्तर प्रदेश से इन दिनों की बड़ी खबर ओम प्रकाश राजभर से जुड़ी हुई सामने आई है। सपा के सहयोगी रहे ओम प्रकाश राजभर ने अब NDA का दामन थाम लिया है।

उत्तर प्रदेश की सियासत को लेकर सामना में लिखा गया है कि बीजेपी ने यूपी की राजनीति में कीचड़ फैला दिया है। बीजेपी रामजन्म भूमि में भी कीचड़ ही फैला रही है। ओम प्रकाश राजभर को लेकर लिखा गया है कि राजभर ने बीजेपी से निकाह कर लिया है। बीजेपी एक वशीन मशीन है जिसमें अब उनके सारे पाप धूल जाएंगे।

भाजपा तय है : ओम प्रकाश राजभर 

 एनडीए की बैठक से पहले ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि देश की राजनीति में अब लड़ाई जैसा कुछ नहीं है और भाजपा ही तय है। उन्होने कहा, “अगर आप यूपी को देखें, तो 80 सीटें हैं, सभी एनडीए 80 सीटें जीतेगी। मुझे लगता है कि चुनाव अब सिर्फ एक औपचारिकता है, विपक्ष जितना चाहे उतना शोर मचा सकता है, इससे कोई उद्देश्य पूरा नहीं होगा…हमारा गठबंधन राष्ट्रीय स्तर का गठबंधन है।” ओम राजभर ने 16 जुलाई को भाजपा का दामन थाम लिया था। गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात करते हुए उनकी तस्वीरें भी सामने आई हैं।