कथित तौर पर एयर इंडिया के ड्यूटी मैनेजर पर हमला करने वाले शिवसेना के सांसद रविंद्र गायकवाड ने शुक्रवार को लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन को एक पत्र भेजा, जिसमें उन्होंने इस मामले में अपना पक्ष रखा है। उन्होंने इस मामले में एक हाई लेवल कमिटी के गठन की मांग की है, जो एयर इंडिया के गिरते स्टैंडर्ड पर नजर रखे। लोकसभा स्पीकर को लिखे खत में उन्होंने कहा कि ड्यूटी मैनेजर ने मुझसे बोला, सांसद वगैरह कुछ नहीं, नीचे उतर जाओ, मैं तुम्हारी मोदी से शिकायत करूंगा। इससे पहले स्पीकर ने पत्रकारों से कहा था, हम इस मामले को देखेंगे और अगर शिकायत मिलती है, तो उस पर कार्रवाई की जाएगी।
गायकवाड ने अपना खत शिवसेना के राज्यसभा सांसद अनिल देसाई और उनके वकीलों की मदद से तैयार किया है। इसमें कहा गया है कि उनके पास बिजनेस क्लास का टिकट था। वह एयर इंडिया की फ्लाइट से पुणे से दिल्ली जा रहे थे। प्लेन में चढ़ने के बाद उन्हें महसूस हुआ कि यह एक इकनॉमी फ्लाइट है। जब इस बारे में दिल्ली एयरपोर्ट के अधिकारियों से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि एेसा पिछले एक साल से चल रहा है। शिवसेना सांसद ने सवाल उठाए कि वह वह बिजनेस क्लास के टिकट क्यों बुक करते हैं, जब वह बिजनेस क्लास नहीं चला रहे हैं। पत्र में गायकवाड ने कहा, जब इसकी शिकायत मैंने अधिकारियों से की तो उनमें से एक ने कहा कि मैंने तुम्हारे जैसे कई सांसद देखे हैं, तुम क्या कर लोगे।
मैंने उससे कहा कि शांत रहो और मुझसे सभ्य तरीके से बात करो, लेकिन वह नहीं माना। उसने कहा, सांसद वगैरह कुछ नहीं, नीचे उतर जाओ। मैं तुम्हारी मोदी से शिकायत करूंगा। सांसद ने अपने पत्र में कहा कि अंतरराष्ट्रीय उड़ानों में यात्रियों को तौलिए और टीवी देखने की सुविधा मुहैया कराई जाती है, लेकिन घरेलू उड़ानों में नहीं।
उन्होंने कहा, मैं पूछना चाहता हूं कि जो लोग भारत में सफर कर रहे हैं, उन्होंने पैसे नहीं भरे हैं क्या? कोई भी एयर इंडिया की उड़ानों के रखरखाव, उनके समय पालन की तरफ ध्यान नहीं दे रहा है। कंपनी घाटे में जा रही है। यह प्राइवेट उड़ानों के बिलकुल उलट है। प्राइवेट कंपनियों को भी सरकार ने ही लाइसेंस दिया है। तो फिर सरकार द्वारा चलाई जा रही एयर इंडिया की हालत एेसी क्यों है। उन्होंने कहा कि इसकी तुरंत जांच होनी चाहिए और एक उच्च स्तरीय समिति यह देखे कि एयर इंडिया और इंडियन एयरलाइंस की इतनी दयनीय स्थिति क्यों है।