Shashi Tharoor in Kerala: तिरुवनंतपुरम (Thiruvananthapuram) के सांसद शशि थरूर (Shashi Tharoor) की उत्तर केरल यात्रा को लेकर कांग्रेस (Congress) की केरल इकाई में बेचैनी बढ़ रही है जिसे राज्य की राजनीति में ज्यादा सक्रिय होने के उनके प्रयास के रूप में देखा जा रहा है।

रविवार को थरूर के चार दिवसीय उत्तर केरल दौरे के पहले दिन कोझीकोड में कांग्रेस ने युवा कांग्रेस (वाईसी) को संघ परिवार और धर्मनिरपेक्षता के लिए चुनौतियां विषय पर थरूर का भाषण कराने से रोक दिया था। जबकि कांग्रेस नेता राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा के दौरान लगातार संघ पर हमलावर हैं। युवा कांग्रेस द्वारा अपना निमंत्रण वापस लिए जाने से से बेफिक्र थरूर ने कांग्रेस समर्थक जवाहर यूथ फाउंडेशन को वार्ता आयोजित करने के लिए ढूंढ लिया।

क्या कहा शशि थरूर (Shashi Tharoor) ने ?

शशि थरूर ने इस मामले पर मीडिया से बात करते हुए कहा कि उन्होंने यह एक खेल की तरह है। और मैं इन चीजों को खिलाड़ी भावना के साथ लेना चाहता हूं। कुछ लोग चाहते थे कि मैं साइड बेंच पर बैठूं। लेकिन मैं आगे खेलना चाहता हूं। थरूर ने युवा कांग्रेस को अपने भाषण की मेजबानी की अनुमति नहीं दिए जाने के मामले में जांच की मांग की है। कोझीकोड जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष प्रवीण कुमार ने कहा कि युवा कांग्रेस का फैसला पार्टी के हस्तक्षेप के बाद हुआ है।

थरूर की भूमिका से बदलेगी केरल (Kerala) में कांग्रेस (Congress) की राजनीति

अक्टूबर में कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव लड़ने के बाद केरल में कांग्रेस नेताओं को तीन बार के सांसद थरूर एक खतरे की तरह नजर आ रहे हैं। उन्होंने 12 प्रतिशत वोट हासिल कर अपने विरोधियों को चौंका दिया था। कुछ लोगों का मानना है कि इससे उन्हें यह दिखाने में मदद मिली है कि पार्टी में बदलाव की मांग है। राज्य में कांग्रेस की राजनीति में एक बड़ी भूमिका हासिल करने के लिए थरूर के कदम से पार्टी की राज्य इकाई और विशेष रूप से नायर खेमे के बंटने की संभावना है। कोझीकोड से कांग्रेस सांसद एमके राघवन और युवा कांग्रेस उपाध्यक्ष केएस सबरीनाधन ने कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव में हार के बावजूद थरूर के सहारे अपना कद बढ़ाया है।