NCP नेताओं और कार्यकर्ताओं के पद से इस्तीफा वापस लेने की दलीलों के बावजूद, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के प्रमुख शरद पवार ने बुधवार को साफ किया कि वह अपना फैसला नहीं बदलेंगे। पवार ने कहा कि उन्होंने फैसला ले लिया है और पार्टी कार्यकर्ताओं को सूचित किया कि उनके उत्तराधिकारी को चुनने के लिए गठित समिति 5 मई 2023 तक निर्णय लेगी।

शरद पवार ने इस्तीफा वापस लेने से लिया इनकार

शरद पवार ने उनका इस्तीफा वापस लेने के लिए दबाव डाल रहे कार्यकर्ताओं से कहा, “आप शिकायत कर रहे हैं कि मैंने घोषणा करने से पहले किसी के साथ इस्तीफे के मुद्दे पर चर्चा नहीं की। अगर मैंने किसी से इस बारे में बात की होती तो मुझे नकारात्मक जवाब मिलता। उन लोगों के साथ इस मामले पर चर्चा करने का क्या फायदा है जो वैसे भी ना कहने वाले हैं?” पवार एनसीपी कार्यकर्ताओं से बुधवार दोपहर को यशवंतराव चव्हाण सेंटर में मिले थे।

वहीं, नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष शरद पवार के मंगलवार को पार्टी के अध्यक्ष पद से इस्तीफे का ऐलान करने के बाद से एनसीपी में घमासान मचा हुआ है। पार्टी नेता जितेंद्र अव्हाण समेत कई नेताओं ने भी पवार के इस फैसले के बाद बुधवार को इस्तीफा दे दिया। पार्टी के विधायक अनिल पाटिल ने भी अपना त्यागपत्र शरद पवार को भेज दिया है।

नया NCP अध्यक्ष चुनेगी समिति

कल हुई एनसीपी की बैठक में मौजूद सूत्रों ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि पवार से मिलने वाले 15-20 कार्यकर्ताओं में से कुछ को सिसकते देखा गया। बुधवार को इस्तीफा देने वाले पार्टी नेता जितेंद्र अव्हाण भी मीटिंग में मौजूद थे। वहीं, शरद पवार ने स्पष्ट किया कि पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की समिति उनके इस्तीफे के साथ-साथ उत्तराधिकारी पर भी फैसला करेगी। पवार ने कार्यकर्ताओं से इस्तीफा वापस लेने की मांग को लेकर आंदोलन पर पुनर्विचार करने को कहा और बोले कि निर्णय आप सभी को स्वीकार करना होगा।

शरद पवार को मनाने में जुटे एनसीपी कार्यकर्ता

मंगलवार को शरद पवार के इस्तीफे की घोषणा के बाद कार्यकर्ता और नेता उनसे पद पर बने रहने का अनुरोध कर रहे हैं। हालांकि, पार्टी कार्यकर्ताओं को अपने संबोधन में पवार ने स्पष्ट किया है कि वह ऐसा करने के मूड में नहीं हैं और उनके द्वारा घोषित 18 सदस्यीय समिति को अब पार्टी के आगे के काम तय करने का जिम्मा सौंपा जाएगा।

कार्यकर्ताओं को अपने संबोधन में शरद पवार ने 1960 से अपनी राजनीतिक यात्रा और विधायक के रूप में पांच दशकों से अधिक के अपने करियर के बारे में बताया। उन्होंने कहा, “भले ही मैं पार्टी अध्यक्ष नहीं हूं, मैं राज्य भर में दलितों, आदिवासियों, युवाओं और महिलाओं के साथ सक्रिय रहने का संकल्प लेता हूं। मैं लगातार पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ रहूंगा। मेरा काम आम लोगों के माध्यम से एक नया नेतृत्व स्थापित करना जारी रहेगा।”