कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मिलिंद देवड़ा ने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट लिखकर खुद ही इसकी जानकारी दी। उन्होंने लिखा, “आज मेरी राजनीतिक यात्रा में एक महत्वपूर्ण अध्याय का समापन हुआ है। मैंने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से अपना इस्तीफा दे दिया है, जिससे पार्टी के साथ मेरे परिवार का 55 साल पुराना रिश्ता खत्म हो गया है…।” देवड़ा एक समय कांग्रेस की मुंबई इकाई के प्रमुख भी थे। वह पार्टी के दिग्गज नेता दिवंगत मुरली देवड़ा के बेटे हैं। पिछले कुछ दिनों से ऐसी चर्चा थी कि वह महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना में शामिल हो सकते हैं। देवड़ा को हाल में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी का संयुक्त कोषाध्यक्ष नियुक्त किया गया था।

मुंबई दक्षिण सीट शिवसेना (यूबीटी) को मिलने से नाखुश थे

देवड़ा, जो 2014 और 2019 में लगातार दो लोकसभा चुनाव शिवसेना के अरविंद सावंत से हार चुके हैं, ने महा विकास अघाड़ी सीट बंटवारे की व्यवस्था में मुंबई दक्षिण सीट उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली सेना के पास जाने की संभावना पर नाखुश थे। हाल ही में जारी एक वीडियो में, देवड़ा ने अपने समर्थकों और कार्यकर्ताओं को शांत रहने की सलाह दी थी और शिवसेना (यूबीटी) से किसी भी लोकसभा क्षेत्र पर दावा नहीं करने को कहा था जब तक कि सीट बंटवारे की बातचीत में इसे अंतिम रूप नहीं दिया जाता। उन्होंने कहा था कि उनके दिवंगत पिता मुरली देवड़ा सहित उनके परिवार ने 40 वर्षों से अधिक समय तक निर्वाचन क्षेत्र की सेवा की है।

जयराम रमेश का आरोप- इस्तीफे का वक्त पीएम मोदी ने तय किया

कांग्रेस ने ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ शुरू होने से कुछ घंटे पहले पूर्व केंद्रीय मंत्री मिलिंद देवड़ा के पार्टी से इस्तीफा दिए जाने पर रविवार को आरोप लगाया कि त्यागपत्र की घोषणा का समय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने तय किया है। पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने ‘पीटीआई-भाषा’ के साथ बातचीत में दावा किया कि पिछले शुक्रवार को ही उनकी देवड़ा के साथ फोन पर बातचीत हुई थी और वह पार्टी नेता राहुल गांधी से मिलना चाहते थे, क्योंकि वह अपनी पूर्व की लोकसभा सीट (दक्षिण मुंबई) को लेकर चिंतित थे। दक्षिण मुंबई से फिलहाल शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के अरविंद सावंत सांसद हैं।

रमेश ने आरोप लगाया, ‘‘ मिलिंद देवड़ा के इस्तीफे की घोषणा का समय स्पष्ट रूप से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा तय किया गया है।’’ रमेश ने कहा, “देवड़ा ने शुक्रवार सुबह 8:52 बजे मुझे मैसेज किया और फिर उसी दिन दोपहर 2:47 बजे मैंने जवाब दिया और पूछा कि ‘क्या आप पार्टी छोड़ने की योजना बना रहे हैं?’ फिर 2:48 बजे उन्होंने एक संदेश भेजा कि क्या आपसे बात हो सकती है? मैंने उनसे कहा कि आपको कॉल करूंगा और फिर उसी दिन मैंने 3:40 बजे उनसे बात की।” कांग्रेस महासचिव ने दावा किया, “उन्होंने (देवड़ा) मुझसे कहा कि उन्हें चिंता है कि यह सीट (दक्षिण मुंबई) शिवसेना (यूबीटी) की सीट है, वह राहुल गांधी से मिलना चाहते हैं और उन्हें सीट के बारे में बताना चाहते हैं। वह चाहते थे मैं भी इस बारे में राहुल गांधी से बात करूं।”

मिलिंद देवड़ा के इस्तीफे पर जयराम रमेश ने कहा, “उनके पिता मुरली देवड़ा हमारी पार्टी के बड़े नेता थे और उनकी सभी दलों से अच्छे संबंध थे, लेकिन वे कद्दावर कांग्रेसी थे। आज मैं उन्हें याद कर रहा हूं।”