कांग्रेस पार्टी में फुल टाइम अध्यक्ष की मांग को लेकर चल रहे विवाद पर वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि पार्टी को यंग गार्ड की जरूरत की मांग पूरी हो जाए तो जरूर फायदा होगा। टीवी चैनल न्यूज-18 इंडिया पर एंकर अमीश देवगन ने उनसे बात करते हुए पूछा कि जब कपिल सिब्बल, आनंद शर्मा, मनीष तिवारी और आप ने संगठन में बदलाव की मांग उठाई थी तो इसे लीडरशिप के खिलाफ बता दिया गया था। कहा गया था कि ये ओल्ड हेड या ओल्ड गार्ड हैं तो क्या पार्टी में यंग गार्ड की जरूरत है? इस पर उन्होंने कहा, ‘हम चाहते हैं कि यंग गार्ड आ जाए, लेकिन फील्ड में जाए’
एंकर अमीश ने पूछा कि क्या इस घटना से पार्टी की छवि खराब हुई, पार्टी को नुकसान हुआ है? इस पर वरिष्ठ नेता आजाद ने कहा, “नुकसान ही होता है, अगर सलाह मानी जाती तो फायदा होता।”
दरअसल पिछले साल अगस्त में पार्टी के 20 से अधिक नेताओं ने लेटर लिखकर फुल टाइम पार्टी चीफ बनाने की मांग रखी थी। लेटर लिखने वालों में आनंद शर्मा, गुलाम नबी आजाद, कपिल सिब्बल, विवेक तनखा, पृथ्वीराज च्वहाण, वीरप्पा मोइली, शशि थरूर, भूपेंद्र हुड्डा, राज बब्बर, मनीष तिवारी और मुकुल वासनिक सहित कई दिग्गज नेता शामिल थे।
News18 पर गुलाम नबी आजाद #SuperExclusive
'हम चाहते हैं कि यंग गार्ड आ जाए , लेकिन फील्ड में जाए'
'अगर सलाह मानी जाए तो पार्टी को फायदा ही होता है' -गुलाम नबी आजाद , कांग्रेस@ghulamnazad @AMISHDEVGAN #GhulamNabiAzad pic.twitter.com/va8tfYxvx2— News18 India (@News18India) February 11, 2021
तब इन असंतुष्ट नेताओं को ओल्ड हेड या ओल्ड गार्ड कहा गया था। पार्टी में इनको एक तरह से टारगेट किया गया था। बाद में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने एक मीटिंग बुलाकर इन नेताओं को समझाने-बुझाने की कोशिश की थी और कहा था कि पार्टी फोरम के अंदर ही अपनी बात रखें।
उस समय यह संभावना जताई गई थी कि पार्टी लीडरशिप में बड़ा बदलाव हो सकता है। हालांकि बाद में बिहार चुनाव और अन्य राजनीतिक व्यस्तता का हवाला देते हुए इसे टाल दिया गया था। बावजूद इसके पार्टी के अंदर अब भी असंतोष की आवाजें उठती रहती हैं।